Jamshedpur : युवाओं को सशक्त बनाने के लिए टाटा पावर व राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने की रणनीतिक साझेदारी

जमशेदपुर : भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक टाटा पावर और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) ने भारत के बिजली क्षेत्र में कार्यबल तत्परता और कौशल विकास पहलों को मज़बूत करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की है। खास कर, हरित नौकरियों, ट्रान्समिशन और वितरण कौशल पर ध्यान केंद्रित करके रोज़गार के लिए प्रेरित करना इस सहयोग का लक्ष्य है।
कौशल कार्यक्रम प्रदान करेगा
इस समझौते के तहत, टाटा पावर द्वारा स्थापित टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (TPSDI), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम का प्रशिक्षण भागीदार होगा। यह इंस्टीट्यूट हरित ऊर्जा, बिजली ट्रान्समिशन, बिजली वितरण और औद्योगिक सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में उद्योग के अनुरूप कौशल कार्यक्रम प्रदान करेगा। इन कार्यक्रमों में व्यावहारिक प्रशिक्षण पर ज़ोर देकर ट्रेनी को व्यावहारिक, रोजगार-क्षमता बढ़ाने वाले कौशल से लैस किया जाएगा। पाठ्यक्रम को ऊर्जा संक्रमण और नेट-जीरो कार्यबल की उभरती मांगों के साथ भी जोड़ा जाएगा, जिससे ट्रेनी भविष्य के लिए तैयार होंगे।
मानव पूंजी विकास राष्ट्र निर्माण के लिए सबसे महत्वपूर्ण
इस अवसर पर, टाटा पावर के सीएचआरओ, चीफ – सस्टेनेबिलिटी और सीएसआर हिमल तिवारी ने कहा, “राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ हमारा सहयोग हम बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं, जो भारत में तेज़ी से बदलते ऊर्जा क्षेत्र के लिए भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण के लिए हमारी सांझा प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है। टाटा पावर ने हमेशा माना है कि मानव पूंजी विकास राष्ट्र निर्माण के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
साझेदारी स्मार्ट कार्यबल बनाने के लक्ष्य को गति देगी
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम अकादमी के उपाध्यक्ष नितिन कपूर ने भी इसी भावना को दोहराते हुए कहा, “टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट और टाटा पावर के साथ यह साझेदारी स्किल इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम क्षमता निर्माण, समावेशी कौशल और रोज़गार-क्षमता बढ़ाने में टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की विरासत की प्रशंसा करते हैं। टाटा ब्रांड की ताकत और यह साझेदारी भारत के डिजिटल रूप से सक्षम, ऊर्जा-स्मार्ट कार्यबल बनाने के लक्ष्य को गति देगी। यह सहयोग अत्यधिक कुशल, उद्योग के लिए तैयार और डिजिटल रूप से सशक्त युवा आधार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत के हरित विकास, सस्टेनेबल आजीविका और ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक मजबूत टैलेंट पूल के दृष्टिकोण के अनुरूप है।