
पाकिस्तान के साथ लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि देश में भविष्य में किसी भी आतंकवादी कृत्य को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। सरकारी सूत्र ने बताया कि भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि भावी आतंकी वारदातों को युद्ध छेड़ने का प्रयास मानते हुए उसी के अनुसार जवाब दिया जाएगा। बता दें कि भारत इससे पहले भी स्पष्ट संकेत दे चुका है कि वह किसी भी आक्रामक गतिविधि या युद्ध जैसे हालात का सामना करने को तैयार है। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के अगले दिन यानी 8 मई की शाम मीडिया के सामने आईं महिला सैन्य अधिकारी- कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका युद्ध वर्दी में नजर आई थीं। इसके बाद पीएम मोदी के साथ बैठकों में शीर्ष सैन्य अधिकारी- सेना प्रमुख भी कॉम्बैट यूनिफॉर्म में देखे गए।
भारत में आतंकवादी हमले की हिमाकत कर रहा पड़ोसी
बता दें कि विगत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी वारदात के बाद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना ने बीते सात मई को पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की।
आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई को पड़ोसी देश ने ‘एक्ट ऑफ वॉर’ बताया
ऑपरेशन सिंदूर के तहत इस कार्रवाई के बाद तिलमिलाया पाकिस्तान लगातार भारत को उकसाने के प्रयास कर रहा है। आतंकवादियों के खिलाफ भारत की सीमित और नियंत्रित कार्रवाई को पड़ोसी देश ने ‘एक्ट ऑफ वॉर’ बताया। बीते तीन-चार दिन से पाकिस्तान ड्रोन और मिसाइलों से भारत की सीमाओं को अशांत करने की हिमाकत कर रहा है। ऐसी हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारत ने अब तक संयम दिखाया है।
पाकिस्तानी धरती पर आतंकवाद को संरक्षण के खिलाफ भारत ने दिए सख्त संदेश
हालांकि, दहशतगर्दों का पनाहगाह मुल्क- पाकिस्तान जिस तरह भारत के नागरिकों को निशाना बनाने के प्रयास कर रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इससे सख्ती से निपटने के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं। आतंकी वारदात को युद्ध की कार्रवाई मानने के बाद देश की सेना दहशतगर्दों को और सख्त जवाब दे सकेगी।
देश की सेना लगातार दे रही माकूल जवाब
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद कहा था कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों और नागरिकों को नुकसान न हो, इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है। सैन्य कार्रवाई का मकसद केवल आतंकियों को मिटाना था। हालांकि, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश की संसद में आक्रामक जवाब देने की बात कही थी। पड़ोसी देश की सेना के प्रवक्ताओं ने भी भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए हैं। पाकिस्तान की तरफ से बीते तीन दिनों में जैसी आक्रामक कार्रवाई की गई है, इसके जवाब में भारत ने भी पड़ोसी देश के सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई की।