Hazaribagh : गलत पहचान का शिकार हुए कुमार गौरव, हत्या पर DGP का बड़ा बयान

हजारीबाग : झारखंड के हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के उप महाप्रबंधक कुमार गौरव की हत्या को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने इस हत्या के मामले में कई अहम पहलुओं पर प्रकाश डाला है.
गलत पहचान का शिकार हुए कुमार गौरव
डीजीपी ने कहा कि कुमार गौरव शायद गलत पहचान का शिकार हुए होंगे. उनका मानना है कि अपराधियों ने किसी अन्य व्यक्ति को निशाना बनाने के उद्देश्य से गौरव को अपना शिकार बना लिया होगा. यह संभावना जताई जा रही है कि यह हत्या किसी व्यक्तिगत या आपसी दुश्मनी के कारण नहीं, बल्कि किसी और वजह से हुई हो.
जांच में कोई धमकी भरा कॉल नहीं
अनुराग गुप्ता ने मामले की जांच के बारे में जानकारी दी और बताया कि जांचकर्ताओं ने कुमार गौरव के फोन के कॉल डिटेल्स की पुष्टि की है. उन्होंने यह भी साफ किया कि गौरव को किसी भी प्रकार का धमकी भरा कॉल नहीं आया था, जो इस हत्या के संदर्भ में कोई महत्वपूर्ण जानकारी दे सके. डीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और हत्या के आरोपियों को पकड़ने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रही है. हालांकि, अभी तक पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
मोटरसाइकिल पर सवार बदमाशों ने मारी गोली
कुमार गौरव 42 वर्ष के थे और एनटीपीसी के केरेडारी कोल माइंस में उप महाप्रबंधक (डिस्पैच) के पद पर तैनात थे. शनिवार सुबह वह अपने क्वार्टर से कोयला खदान जा रहे थे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार दो हथियारबंद बदमाशों ने हजारीबाग शहर के कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतह मोड़ के पास उनकी कार को रोका और उन्हें गोली मार दी.
कोयला बेल्ट में गैंगवार की संभावना
डीजीपी ने यह भी कहा कि राज्य के कोयला बेल्ट में गैंगवार की घटनाएं बढ़ रही हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कुमार गौरव की हत्या के पीछे कौन सा गैंग जिम्मेदार है. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसने घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज से महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं.
जिले में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश
डीजीपी ने हजारीबाग जिले की पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे बड़कागांव, पकरी बरवाडीह, केरेडारी और चटी बरियातु के कोयला परिवहन मार्गों पर कड़ी निगरानी रखें, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.