Betul : ऑनलाइन लाखों रुपये की ठगी करने वाले तीन आरोपी गुजरात, राजस्थान से गिरफ्तार

बैतूल से अनिल सिंह ठाकुर की रिपोर्ट
बैतूल : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की कोतवाली पुलिस एवं साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए व्यापारी से लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतर राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन आरोपियों को गुजरात एवं राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी ने सोमवार देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि 14 सितंबर 2024 को फरियादी दुर्गेश पुत्र दीनू साहू (35) निवासी सतपाल आश्रम के पीछे सदर बैतूल ने थाना कोतवाली बैतूल में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी कनिष्का इंटीरियर फॉल सीलिंग हार्डवेयर नामक दुकान एचएमटी फैक्ट्री के सामने है। व्यापार के लिए उन्हें जिप्सम बोर्ड की आवश्यकता थी। जिसके लिए 10 अक्टूबर 2023 को ओमिया एजेंसी महेन्द्र नगर गुजरात से संपर्क किया था।
मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर दिया था
आरोपियों ने व्हाट्सएप के माध्यम से जिप्सम बोर्ड की तस्वीरें भेजी और माल डिलीवर करने के लिए फरियादी से बैंक खातों में एडवांस में भुगतान करने को कहा था। फरियादी ने आरोपियों के विश्वास में आकर फोन पे, पेटीएम और आरटीजीएस के माध्यम से करीब चार लाख 78 हजार रुपये खातों में ट्रांसफर कर दिए लेकिन राशि मिलने के बाद भी आरोपियों ने माल नहीं भेजा और मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर दिया था। एएसपी कमला जोशी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया के निर्देश पर थाना कोतवाली बैतूल एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने आधुनिक तकनीक विश्लेषण एवं साइबर ट्रैकिंग के आधार पर तीन आरोपियों की पहचान कर आज सोमवार को गुजरात एवं राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें
गिरफ्तार आरोपियों में विनोद पिता वन्ताराम प्रजापति (33) निवासी डुंगरी, जिला जालौर, राजस्थान,जबरा राम पिता बाचना राम (28) निवासी जालौर, राजस्थान एवं प्रवीण पिता रक्ता प्रजापति (40) निवासी सुख सागर सोसायटी, मासकाठा, गुजरात शामिल हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोतवाली थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया, उप निरीक्षक जगदीश प्रसाद ठाकुर, आरक्षक महेश नगदे, साइबर सेल के आरक्षक राजेंद्र धाड़से, दीपेन्द्र एवं बलराम राजपूत की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने नागरिकों से अपील करती है कि ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।