भारत और पाकिस्तान के लिए अगले 72 घंटे अहम, क्या बोले रक्षा एक्सपर्ट?, पढ़ें पूरी खबर

इस्लामाबाद: पहलगाम में आतंकी हमले और भारत की पाकिस्तान पर स्ट्राइक के बाद दोनों देश युद्ध की कगार पर पहुंच गए हैं। भारत की ओर मिसाइल दागे जाने के बाद पाकिस्तान ने इसका कड़ा जवाब देने का दंभ भरा है। ऐसे में दोनों देशों के बीच स्थिति और बदतर होने का अंदेशा बना हुआ है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगले 72 घंटे यानी तीन इस तनाव के लिहाज से बहुत अहम हैं। अगर तीन दिन किसी बड़े हमले के बिना बीत जाते हैं तो अंतरराष्ट्रीय दखल के जरिेए चीजें शांति की ओर जा सकती हैं।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान ने बीते कुछ सालों खासतौर से 2019 की झड़प के बादअपनी सैन्य ताकत को काफी बढ़ाया है। इसे देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि एक छोटे से संघर्ष में भी स्थिति बिगड़ने का खतरा है और किसी सीधे टकराव में जानमाल का भी भारी नुकसान हो सकता है। भारत और पाकिस्तान के बीच 1948, 1965 और 1971 और 1999 में लड़ाई हो चुकी है। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि हालिया वर्षों जोनों देशों ने लड़ाकू विमान, मिसाइल और ड्रोन पर खर्च किया है, जो किसी संघर्ष में चीजों के ज्यादा खराब होने का इशारा करता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
वॉशिंगटन स्थित थिंक-टैंक स्टिमसन सेंटर के फ्रैंक ओडॉनेल का कहना है कि 2019 के बाद से दोनों देशों ने नए सैन्य उपकरण खरीदे हैं, जिससे हमले करने के नए विकल्प आ गए हैं। सिडनी के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के मोहम्मद फैसल का कहना है दोनों पक्षों को लगता है कि वह पिछली बार से बेहतर स्थिति में हैं। हालांकि असली लड़ाई में ही चीजें पूरी तरह से सामने आती हैं।
भारत ने 2019 के बाद से फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे हैं, जो पश्चिमी देशों के सबसे अच्छे विमानों में से एक हैं। पाकिस्तान ने चीन से J-10 युद्धक विमान खरीदे हैं।पाकिस्तान के पास ऐसे कम से कम 20 विमान हैं, जिनमें तमाम आधुनिक क्षमताएं हैं। भारत ने हवाई हमलों से बचने के लिए रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम खरीद लिया है। वहीं पाकिस्तान ने चीन से HQ-9 मिसाइल सिस्टम खरीदा है, ये भी रूस के S-300 पर आधारित है।
चीन का रोल अहम
भारत और पाकिस्तान में किसी भी संघर्ष में चीन की भूमिका अहम होगी। एक्सपर्ट का कहना है कि चीन और भारत प्रतिद्वंद्वी है। वहीं पाकिस्तान के लिए चीन सबसे करीबी दोस्त और सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता है। फैसल का कहना है कि भारत और पाकिस्तान का संघर्ष पश्चिमी और चीनी तकनीक के बीच का मुकाबला हो सकता है।