Nirsa : मंगल मूर्ति धाम में सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का शुभारंभ

निरसा : धर्म उत्थान समिति की ओर से जुनकुंदर ब्रह्मस्थान स्थित मंगल मूर्ति धाम में बुधवार से सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा शुभारंभ हुआ । कथावाचक उत्तम कृष्ण शास्त्री (वृंदावन) ने कहा कि चंचला देवी के जीवन में कामवासना का प्रभाव जब पड़ा तो भगवान शिव की कथा के माध्यम से उनके जीवन का उद्धार हो गया। जीव जब किसी विषयों या द्वंद्व में फंस जाता है तो सही-गलत का निर्णय को शिघ्रता से नहीं कर पाता है। अपने पति को पथभ्रष्ट होते देख चंचला देवी भी सुमार्ग से विचलित हो गई। उसके जीवन में भी बुराई का प्रवेश हो गया।
कथा सुनने से शिवलोक प्राप्त होती है
इसलिए जीवन में संत का बहुत बड़ा महत्व माना गया है। चंचला देवी विषय इच्छा में लिप्त होने के कारण अपने धर्म का परित्याग कर देती है। उन्होंने कहा कि यह ज्ञान जब उसे प्राप्त होता है तो एक ब्राह्मण के द्वारा शिव महापुराण की कथा श्रवण कर उसके जीवन में भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की स्थिति प्रकट हो जाती है और उसे शिवलोक प्राप्त होती है। देवराज ब्रह्मण, विंदु ब्रह्मण पथभ्रष्ट थे। शिव महापुराण कथा से इनके जीवन का उद्धार हुआ। उन्होंने शिव महापुराण कथा श्रवण की विधि बताई।
मुख्य यजमान सुनील साव बने
मुख्य यजमान सुनील साव, उसकी पत्नी बसंती देवी, निरंजन यादव, उसकी पत्नी रीता देवी थे। कथा में विधायक रागिनी सिंह भी शामिल हुई। मौके पर भरत सिंह, गुड्डू सिंह, रिंटू पाठक, राजू चौहान, इंद्रदेव प्रसाद, वीरेंद्र अटल, भोला चौहान, पप्पू शर्मा, दनोज ठाकुर, मंटू ठाकुर, शैलेश सिंह, रामप्रवेश ठाकुर, अरुण मोदी, वीरु राय, रवि महतो, संतोष प्रसाद, राजेश्वर साव, अखिलेश यादव, धीरज सिंह, राजू रक्षित, कमलेश यादव, ब्रह्मदेव गोप, स्वरुप सरकार, कमलदीप चौहान, संजय चौहान, सुदामा प्रसाद, बुबाई मुखर्जी, आदित्य, ललकू रवानी, यश, अमन, राजा, आयुष आदि थे।