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ऑपरेशन सिंदूर का मतलब क्या:आतंकियों ने 26 पर्यटकों की जान ली, सेना ने अपने इंतकाम का नाम यही क्यों रखा; पढ़ें पूरी रिपोर्ट

पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। इस मौके पर हम बता रहे हैं उस हमले की 5 कहानियां…

1. कानपुर के शुभम और ऐशन्या की शादी दो महीने पहले ही हुई थी

शुभम की पत्नी ऐशन्या के मुताबिक
एक आदमी पीछे से आया। उसने गन रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर सुनाओ। मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने मुझसे भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी। सबसे पहले शुभम को गोली मारी, फिर वहां लाशें बिछती चली गईं।

2. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल – शादी के 7वें दिन पत्नी के सामने गोली मारी

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी के मुताबिक
हम कुछ खाने-पीने बैठे। इसी दौरान फायरिंग की आवाज आई। मैंने विनय को बोला कि फायरिंग हो रही है। मेरे बगल में एक इंसान था। उसने विनय की तरफ देखा और बोला ये भी मुस्लिम नहीं है। उस इंसान ने उसी वक्त विनय पर गोली चला दी। विनय नीचे गिर गए। फिर उस आदमी ने मुझे बोला- आप जाओ यहां से। मै उस पर चिल्लाई, कई सवाल किए, लेकिन वह चुपचाप वहां से चला गया।

3. शैलेशभाई कलथियाः आतंकियों ने गोली मारी तो पत्नी की गोद में गिरे
सूरत के शैलेशभाई कलथिया पत्नी और बच्चों के साथ कश्मीर घूमने गए थे, उन्हें परिवार के सामने ही मारी गई थी।
सूरत के शैलेशभाई कलथिया पत्नी और बच्चों के साथ कश्मीर घूमने गए थे, उन्हें परिवार के सामने ही मारी गई थी।

सूरत के शैलेशभाई कलथिया की पत्नी शीतलबेन के मुताबिक
हम नाश्ता कर रहे थे तभी फायरिंग शुरू हो गई। आतंकी आए, हिंदू-मुस्लिम अलग किए। मुसलमानों से कलमा पढ़वाया और हिंदुओं को गोलियों से मार दिया। मेरे सामने पति को गोली मारी और वो सीधे मेरी गोद में गिरे।

4. सुशील नथानियलः बेटी-पत्नी के सामने गोली मारी

इंदौर के रहने वाले सुशील बेटे-बेटी और पत्नी के साथ 18 अप्रैल को कश्मीर गए थे। 22 अप्रैल को वह पहलगाम पहुंचे थे। जहां आतंकियों ने उन्हें बेटी और पत्नी के सामने गोली मार दी थी।
इंदौर के रहने वाले सुशील बेटे-बेटी और पत्नी के साथ 18 अप्रैल को कश्मीर गए थे। 22 अप्रैल को वह पहलगाम पहुंचे थे। जहां आतंकियों ने उन्हें बेटी और पत्नी के सामने गोली मार दी थी।

सुशील नथानियल की पत्नी जेनिफर के मुताबिक
मेरे और बच्चों के सामने सुशील पर गोली मारी गई, मेरी जान बचाने के लिए अपने सीने पर गोली खाई। मैं अपने पति को जैसा लेकर गई थी वैसा वापस नहीं ला पाई।

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5. मंजूनाथ रावः बेटे के 97% अंक लाने पर परिवार के साथ कश्मीर घुमने गए थे

मंजूनाथ राव 19 अप्रैल को अपनी पत्नी पल्लवी और बेटे अभिजय के साथ घूमने के लिए कश्मीर आए थे। वे अपने बेटे की पढ़ाई में सफलता का जश्न मनाना चाहते थे। अभिजय ने 12 वीं में 97% अंक हासिल किए थे।
मंजूनाथ राव 19 अप्रैल को अपनी पत्नी पल्लवी और बेटे अभिजय के साथ घूमने के लिए कश्मीर आए थे। वे अपने बेटे की पढ़ाई में सफलता का जश्न मनाना चाहते थे। अभिजय ने 12 वीं में 97% अंक हासिल किए थे।

मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी के मुताबिक
मैं घोड़े से वहां पहुंची थी। मेरे पति बेटे के लिए कुछ लेने गए थे। कुछ ही मिनटों में वो खून से लथपथ मेरे सामने पड़े थे। मैंने आतंकियों से कहा हमें भी मार दो, पर वो बोले कि मोदी तक हमारी बात पहुंचा देना।

पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने ज्यादातर महिलाओं के सिंदूर उजाड़े थे। इसीलिए भारतीय फौज ने इसका बदला लेने के लिए जो ऑपरेशन लॉन्च किया उसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया।

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