
दरअसल, कायस्थ समाज आज सीहोर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा और पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि चित्रगुप्त भगवान को लेकर जो अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, उससे कायस्थ समाज में आक्रोश है। उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा मुर्दबाद के नारे भी लगाए।
चित्रगुप्त पर किया अभद्र भाषा का प्रयोग
कायस्थ समाज के शैलेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि पंडित प्रदीप मिश्रा बार-बार अनाप-शनाप बयान देकर अपना ग्राफ कम कर रहे हैं। वह हमेशा छोटी बात करते हैं। राधा रानी पर जिस तरह उन्होंने टिप्पणी की, वैसे ही अभद्र भाषा का प्रयोग अब चित्रगुप्त को लेकर किया।
चित्रगुप्त शक्तिपीठ वृंदावन में नाक रगड़कर माफी मांगने की मांग
उन्होंने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा चित्रगुप्त शक्तिपीठ वृंदावन पहुंचकर नाक रगड़कर माफी मांगे या सार्वजनिक माफी मांगे। जब तक वह सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे, कायस्थ समाज उनकी हर कथा का हर जगह विरोध करेगा।
जानिए क्यों हो रहा विवाद?
दरअसल, एक कथा के दौरान पं. प्रदीप मिश्रा ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘फालतू की बात करना मति रे यमराज, तू मुझे पहचानता नहीं है।” 7 दिन से पुराण की कथा सुनी है, मेरा सबूत लेना हो तो संत ज्ञानेश्वर मावली जी से लेले। तेरे साथ तो नहीं जाऊंगा, यमराज को घबरा कर भागा, यमराज ने कहा किस को भेजूं, फिर अगला संदेश चित्रगुप्त को भेजा, जाओ’ इस बयान पर कायस्थ समाज ने आपत्ति जताई थी।
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