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7वीं पास है छांगुर बाबा की गर्लफ्रेंड कैसे बनी धर्मांतरण रैकेट की मास्टर? जाने यहां

लखनऊ/बलरामपुर: यूपी में धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ जहां यूपी पुलिस का एक्शन जारी है, बाबा की बलरामपुर में 70 कमरों की आलीशान कोठी है. मंगलवार को 9 बुलडोजर कोठी पर चलाए गए लेकिन सिर्फ 20 कमरे और 40 फीट लंबे-चौड़े हॉल को ही ढहा पाए. बुधवार को भी फिर से बुलडोजर एक्शन जारी है. छांगुर बाबा की गर्लफ्रेंड को लेकर भी सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं.

छांगुर का विश्वास जीत लिया

नीतू नवीन रोहरा सिर्फ 7वीं पास है. नीतू बलरामपुर के मध्यमवर्गीय सिंधी परिवार से ताल्लुक रखती है. वह अपने पति नवीन घनश्याम रोहरा के साथ 2015 में दुबई गई थी. 16 नवंबर 2015 को दोनों ने धर्मांतरण कर लिया. नीतू ने अपना नाम नसरीन रख लिया था. उसका पति ने अपना नाम नवीन रोहरा से जलालुद्दीन नाम रख लिया. इसके बाद नसरीन छांगुर के धर्मांतरण गैंग की मेंबर बन गई. जल्द ही उसने छांगुर का विश्वास जीत लिया.

कर्ज में फंसा था लोगों को

नीतू ही गरीब हिंदू परिवारों को पहले छांगुर बाबा के चमत्कार का झांसा देती थी. फिर उन्हें आर्थिक मदद देने और बीमारी के इलाज का खर्च उठाने का लालच देकर जाल में फंसाती थी. फिर इन हिंदू परिवारों को छांगुर बाबा से मिलवाती थी और उनका धर्मांतरण करवा देती थी. उसका पति नवीन भी इस काम में साथ देता था. वह गरीब हिंदू परिवारों को कर्ज देकर फंसाता था. कर्ज में फंसे लोगों को धर्मांतरण के लिए मजबूर करता था.

छांगुर बाबा का घर बलरामपुर के रेहरा माफी गांव में है. नीतू अपने पति नवीन रोहरा के साथ यहीं पर रहती थी. तीनों के रहन-सहन पहनावे को देखकर क्षेत्र के लोग को भी इसका अंदाजा नहीं था वह सिंधी हैं. नीतू ने 2015 में दुबई में धर्मांतरण किया था. वह अपने पति नवीन रोहरा उर्फ जलालुद्दीन के साथ वहां पर गई थी. बाद में नवीन के परिवार के सभी सदस्यों ने 2021 में इस्लाम कबूल लिया. छांगुर को गुरु मानने का शपथ पत्र भी बलरामपुर के उतरौला सिविल कोर्ट में दाखिल कर दिया था. जांच में सामने आया कि 2014 से 2019 के बीच सिर्फ पांच साल में नीतू और नवीन दोनों अब तक 19 बार यूएई की यात्रा कर चुके हैं. विदेश में धर्म परिवर्तन के दस्तावेज भी एटीएस के हाथ लगे हैं. एक और हैरान करने वाली बात सामने आई है कि नीतू और नवीन सिर्फ एक बार दोनों साथ गए लेकिन दोनों की वापसी अलग-अलग हुई.

नीतू ऐसे बनी धर्मांतरण रैकेट की मास्टर

एटीएस की जांच में आया कि नीतू गरीब हिंदू लड़कियों से दोस्ती कर उनको मदद का भरोसा दिलाती थी. फिर उन्हें पीर बाबा यानी छांगुर बाबा से मिलवाती थी. चमत्कार का दावा कहती थी कि मुसलमान बनने पर मेरी जिंदगी बदल गई. गरीब हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए राजी करती थी. नीतू पूरे परिवार को टारगेट करती थी.

छांगुर बाबा और नीतू 70 दिन से रह रहे थे होटल में

छांगुर बाबा और उसकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन पिछले 70 दिन से लखनऊ के विकास नगर के एक होटल में पति-पत्नी की तरह रह रहे थे. दोनों को यूपी एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था. जांच में सामने आया कि 16 अप्रैल को छांगुर बाबा ने स्टार रूम्स होटल में कमरा नंबर 102 बुक कराया था. शुरुआत में कमरा सिर्फ चार दिन के लिए बुक कराया गया था. दोनों ने अपने-अपने आधार कार्ड दिए थे. इसी होटल पर धर्मांतरण का खेल चल रहा था. छांगुर के पास ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ किताब भी मिली है.

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