
रांची : मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अनुसार, इस वर्ष झारखंड में तीन से पांच जून के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून की आधिकारिक एंट्री होने की संभावना है। सामान्य रूप से केरल में मानसून की शुरुआत के 10 से 12 दिनों बाद झारखंड में बारिश शुरू हो जाती है। इस बार केरल में मानसून छह दिन पहले पहुंच चुका है, जिससे झारखंड में भी समय से पहले मानसून आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।
प्री-मानसून बारिश से बदला मौसम
राज्य में फिलहाल प्री-मानसून गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। रांची, लातेहार, जमशेदपुर सहित कई जिलों में गर्जन, बिजली चमकने और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 30 मई तक रुक-रुक कर बारिश के आसार जताए हैं।
तापमान में भारी गिरावट
बारिश और हवाओं के प्रभाव से राज्य के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। रांची में अधिकतम तापमान जहां 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं लातेहार में यह 28 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि डालटनगंज अब भी 35 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म जिला बना हुआ है।
राज्य में अच्छी मानसूनी वर्षा का अनुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार, इस बार झारखंड में मानसून की अच्छी वर्षा की संभावना है। राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में सबसे पहले मानसून के पहुंचने की उम्मीद है, खासकर कोल्हान और संथाल परगना के क्षेत्रों से। यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो 15 जून तक पूरे राज्य को मानसून कवर कर लेगा।
कहां से होगा मानसून का प्रवेश
मानसून के कोल्हान (जमशेदपुर, चाईबासा) और संथाल परगना (दुमका, देवघर) की ओर से प्रवेश की संभावना जताई जा रही है। इन इलाकों में जल्द ही तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
30 मई तक कैसा रहेगा मौसम
हल्की से मध्यम बारिश की संभावना
तेज हवाएं (30–40 किमी/घंटा)
गर्जन और वज्रपात की चेतावनी
तापमान में 7–8 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट