
नई दिल्ली: वो गुजरात में काजल, हरियाणा में सीमा, बिहार में नेहा और उत्तर प्रदेश में स्वीटी थी। 21 साल की उम्र में, उसकी कम से कम एक दर्जन से ज्यादा बार शादी हो चुकी थी, लेकिन कभी भी ये कुछ घंटों से ज्यादा नहीं चली। जब भी वह दुल्हन की तरह सजी-धजी दिखाई देती, तो लड़के वालों को कुछ देर की खुशी मिलती। लेकिन चंद समय बाद ही उसके साथ दुखद घटना हो जाती। हर बार, शादी समारोह का समापन उसके विवाह स्थल से अपहरण और सभी गहने, नकदी और कीमती सामानों की चोरी के साथ होता।
21 की उम्र में दर्जन बार शादियां…
शादी के तुरंत बाद जिस तरह से इस लड़की के साथ चौंकाने वाली घटना होती उसके सदमे में दूल्हे भी आते। उन्हें ये हिम्मत नहीं होती कि दोबारा कभी उस लड़की से संपर्क करें। लेकिन 21 वर्षीय ये दुल्हन जल्द ही मैट्रिमोनियल साइट्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नए साथी की तलाश में जुट जाती। हम बात कर रहे, ऐसी डाकू दुल्हन की जिसने न जाने कितने ही लड़कों को शादी के जाल में फंसाया और फिर गहने-रुपये लूट कर फरार हो जाती।
कैसे पकड़ में आई ‘डाकू दुल्हन’
इस ‘डाकू दुल्हन’ का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने उसे गिरोह के 8 सदस्यों के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उसका नाम गुलशना है। वो दुल्हन बनकर सज-धज कर शादी के मंडप में पहुंचती थी। फिर, हर बार उसके साथ कुछ ऐसा होता था कि वह गहने, पैसे और कीमती सामान लेकर गायब हो जाती थी। उसके दूल्हे हमेशा हैरान रह जाते और उन्हें कभी पता नहीं चलता था कि क्या हुआ। लेकिन गुलशना जल्द ही फिर से मैट्रिमोनियल वेबसाइटों और सोशल मीडिया पर एक नया दूल्हा ढूंढने लगती थी।
बेहद चौंकाने वाली है पूरी कहानी
‘डाकू दुल्हन’ गुलशना की कहानी बेहद चौंकाने वाली है। वो वाराणसी के पास, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली है। असल जिंदगी में उसकी शादी रियाज खान नाम के एक दर्जी से हुई है। रियाज को गुलशना के सारे कारनामों के बारे में पता था। वह गुलशना की कमाई का 5 फीसदी हिस्सा लेता था, इसलिए वह खुश था। गुलशना को इस महीने की शुरुआत में लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।
ऐसे पुलिस ने कसा शिकंजा
पुलिस ने बताया कि उसके साथ गिरोह के आठ और सदस्य भी पकड़े गए। पुलिस ने उनके पास से 72000 रुपये नकद, एक मोटरसाइकिल, एक सोने का मंगलसूत्र, 11 मोबाइल फोन और तीन फर्जी आधार कार्ड बरामद किए। अंबेडकर नगर के SP केशव कुमार ने बताया कि यह गिरोह शादी के नाम पर लोगों को ठगता था। इस गिरोह में पांच महिलाएं और चार पुरुष शामिल थे। उन्होंने कई राज्यों में लोगों को अपना शिकार बनाया था।
मैट्रिमोनियल साइट से बनाते थे निशाना
उनका निशाना ऐसे परिवार होते थे जो अपने बेटों के लिए मैट्रिमोनियल साइटों पर दुल्हन ढूंढ रहे होते थे। गुलशना अलग-अलग नामों से दुल्हन बनने का नाटक करती थी। शादी तय होने के बाद, वह दूल्हे के परिवार से ‘सेटलमेंट अमाउंट’ (समझौता राशि) के तौर पर पैसे लेती थी। फिर शादी होती थी, जिसमें गिरोह के अन्य सदस्य गुलशना के रिश्तेदार बनकर आते थे। आखिर में, गुलशना सारा सामान लेकर गायब हो जाती थी।