मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, ये कर दिखाया है IPS से IAS बनी रुचिका चौहान ने, जानें इनकी संघर्ष की कहानी

Success Story: मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती इसका सीधा उदाहरण है रुचिका चौहान। इनका जन्म 1984 में इंदौर में हुआ था। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई इंदौर से की। जानकारी के मुताबिक, इसके बाद उन्होंने इंजीनियर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए कदम बढ़ाया और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशंस इंजीनियरिंग में BE किया। 2008 में BE की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी।
2012 बैच की अधिकारी
मिली जानकारी के अनुसार, IAS रुचिका चौहान मध्य प्रदेश कैडर की 2012 बैच की IAS अधिकारी हैं, लेकिन उनका UPSC का सफर 2010 में ही शुरू हो गया था। दरअसल, उन्होंने 2010 में ही UPSC परीक्षा पास कर ली थी। वे IPS सेवा के लिए चयनित हुए थे। वे अपनी ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद में थे, लेकिन उनका सपना IAS बनना था।
50वीं रैंक आई
जानकारी के मुताबिक, इसलिए उन्होंने फिर से UPSC सिविल सेवा परीक्षा में भाग लिया। अगले ही साल उन्होंने UPSC में अखिल भारतीय स्तर पर 50वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद वे IAS सेवा में शामिल हो गए। इस साल वे IAS सेवा में शामिल होने वाली मध्य प्रदेश की एकमात्र उम्मीदवार हैं। उन्होंने BE करने के बाद UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी।
IPS से शादी
मिली जानकारी के अनुसार, 2018 में उन्हें रतलाम जिले का कलेक्टर बनाया गया। 11 मार्च 2014 से वे ग्वालियर में कलेक्टर के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। उनके पति भी IPS हैं, उनकी शादी IPS शैलेंद्र सिंह चौहान से हुई है।
दे चुकीं इतनी सेवाएं
जानकारी के मुताबिक, IAS रुचिका चौहान ने 2011 में ट्रेनिंग की, फिर 2012 में सीहोर में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर करियर की शुरुआत की। इसके बाद 2013 से 2015 तक छिंदवाड़ा में SDM रहीं। मिली जानकारी के अनुसार, 2015 से 2017 तक वे उज्जैन पंचायत जिले की CEO रहीं। इसके साथ ही उन्होंने ग्वालियर में एडिशनल कलेक्टर, इंदौर में एडिशनल कलेक्टर के तौर पर सेवाएं दीं।