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Success Story: हाउसवाइफ ने 8000 रुपये से खड़ा कर दिया करोड़ों का साम्राज्‍य, जानें कृतिका कुमारन की प्रेरणादायक कहानी

नई दिल्‍ली: कोयंबटूर की रहने वाली कृतिका कुमारन ने 2017 में शुरू किया । यह बिजनेस आज करोड़ों रुपये का टर्नओवर कर रहा है। कृतिका ने यह सब सिर्फ 8,000-10,000 रुपये के छोटे से निवेश से शुरू किया था। उन्होंने विल्‍वह (Vilvah) नाम से नैचुरल, ऑर्गेनिक और टिकाऊ पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की पूरी रेंज बनाई। आइए, यहां कृतिका कुमारन की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।

बेटी की गंभीर एक्जिमा की समस्या के लिए शुरू किया काम
अपनी बेटी की गंभीर एक्जिमा की समस्या के समाधान के लिए घर पर ही प्राकृतिक साबुन बनाना शुरू किया। यह ऐसा कदम था जिसकी प्रेरणा उन्‍हें अपने परिवार से ही मिली। कृतिका की मां कई दशकों तक गंभीर त्वचा समस्याओं से जूझती रहीं, जिसके लिए उन्हें कई दवाएं लेनी पड़ीं। अपनी मां की त्वचा की समस्याओं को देखकर कृतिका प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्पों की तलाश करने लगीं। बाद में यही तरीके अपनाकर उन्‍होंने अपनी बेटी की समस्‍या को दूर किया। तमिलनाडु के गोबिचेट्टीपलायम के एक कृषि प्रधान शहर में पली-बढ़ीं कृतिका ने इंजीनियरिंग की है। उन्‍होंने YouTube वीडियो देखकर और कॉस्मेटोलॉजी में डिप्लोमा करके अपने ज्ञान को बढ़ाया। 2017 में उन्होंने बकरी के दूध, जैतून के तेल और अरंडी के तेल जैसी प्राकृतिक सामग्रियों का इस्‍तेमाल करके साबुन बनाना शुरू किया। उनके पहले बकरी के दूध के साबुन ने उनकी बेटी की त्वचा पर चमत्कारी प्रभाव दिखाया। इससे घर के बने उत्पादों पर उनका विश्वास बढ़ गया।

मामूली पूंजी से काम किया शुरू
उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता से उत्साहित होकर कृतिका ने मार्च 2017 में अपने घर की रसोई से विल्वह (Vilvah) ब्रांड की शुरुआत की। यह नाम पवित्र ‘बिल्वम’ पत्ती से लिया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया, विशेष रूप से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपने उत्पादों का प्रचार किया। जल्द ही उन्हें कोयंबटूर और तमिलनाडु के अन्य हिस्सों से ऑर्डर मिलने लगे। शुरुआत में केवल 8,000-10,000 रुपये के छोटे से निवेश के साथ कृतिका ने क्लासिक बकरी के दूध के साबुन, चारकोल साबुन और गुलाब साबुन जैसे विभिन्न उत्पाद बनाने शुरू किए। इनमें बकरी का दूध मुख्य सामग्री बनी रही।

बढ़ने लगा बिजनेस
जैसे-जैसे मांग बढ़ी, विल्वह का विस्तार हुआ। कृतिका ने अमेजन, फ्लिपकार्ट और नायका जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादों को लिस्‍ट करके अपनी पहुंच बढ़ाई। पांच महीने के भीतर उन्होंने अपने घर के पीछे 1,000 वर्ग फीट की एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की। इसमें मशीनरी पर लगभग 10 लाख रुपये का निवेश किया। 2020 में विल्वह को एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में रजिस्‍टर किया गया। कृतिका के पति तमिल कुमारन भी बाद में व्यवसाय में शामिल हो गए। पहले वह अपने परिवार के टेक्सटाइल व्यवसाय में थे। उन्‍होंने एमबीए किया हुआ है। वह विल्‍वह में फाइनेंस और व्यवसाय प्रबंधन को संभालते हैं। जबकि कृतिका प्रोडक्‍शन को देखती हैं।

अब करोड़ों का टर्नओवर
विल्वह ने अपने पहले साल में ही 1 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल किया था। तब से यह ब्रांड लगातार बढ़ रहा है। साल 2023 में यह टर्नओवर 29 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। ब्रांड अब लगभग 70 अलग-अलग स्किनकेयर और हेयर केयर उत्पाद बेचता है। साथ ही लगभग 100 लोगों को रोजगार देता है। चेन्नई और कोयंबटूर में अपने खुद के फिजिकल स्टोर खोलने के साथ विल्वह की 50% बिक्री सीधे उसकी वेबसाइट, 20% स्टोर्स से और 30% ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से होती है। कृतिका विशेष रूप से अपने ‘मिल्क रेंज’ प्रोडक्‍टों पर जोर देती हैं। इनमें मिल्क क्रीम, ब्राइटनिंग सीरम और गोट मिल्क शैम्पू शामिल हैं। उनका उद्देश्य बाजार में अन्य ब्रांडों से इन्‍हें अलग करना है। कृतिका ने दिखाया है कि दृढ़ संकल्प और जुनून के साथ कुछ भी करना संभव है।

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