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रिपोर्ट– जितेंद्र कुमार
आरा : पटना-डीडीयू रेल खंड स्थित आरा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी ओवरब्रिज के समीप चलती 53212 सासाराम-पटना पैसेंजर ट्रेन से युवती को धक्का दिया गया था। मोबाइल छीने जाने के दौरान घटना हुई थी। इस मामले का रेल पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। साथ ही गैंग में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मंगलवार को पटना रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी। भोजपुर के अगिआंव बाजार थाना के लहठान गांव निवासी उज्जवल कुमार और नवादा थाना के पकड़ी चौक रोड निवासी राजेश्वर कुमार उर्फ भोला साह को गिरफ्तार किया गया है। ये फोन का लॉक तोड़ कर साइबर अपराध की घटना को अंजाम देते थे। ये ट्रेन से सामान भी उतारते थे।
दोनों पूर्व में जेल जा चुकs है
पकड़े गए सदस्यों के पास से चार स्मार्ट मोबाइल, आठ झोला, चार बैग और एक रेलवे का बेड सीट बरामद किया गया है। इसमें उज्जवल कुमार वर्तमान में आरा शहर के जगदेवनगर मोहल्ला स्थित एक घर में किराए पर रहता था। दोनों का पूर्व का इतिहास रहा है। दोनों पूर्व में जेल जा चुका है। रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर अनुसार ने बताया कि जितनी भी ट्रेनें सासाराम से आती है। और स्टेशन से पहले धीमी होती है, वैसे ही झपट्टा मारकर मोबाइल छीन लेते है। जिसमें एक बड़े गिरोह का हाथ है। बदमाशों का एक गैंग है, जिसमें कई लोग शामिल है। प्लानिंग बनाकर ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों का सामान और मोबाइल आदि चुराते है। मोबाइल का लॉक तोड़कर अन्य डाटा भी एकत्रित करते है।
पांच अन्य सदस्यों की भी सरगर्मी से तलाश
पकड़े गए सदस्यों की निशानदेही पर पांच अन्य सदस्यों की भी सरगर्मी से तलाश जारी है। पकड़े गए बदमशों से पूछताछ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह गिरोह मोबाइल छिनतई कर बाजार बेचने का काम ही नहीं करते। मोबाइल लॉक तोड़कर एप के जरिए साइबर अपराध करने का काम करते है। क्राइम करने के बाद तुरंत उसे बाजार में बेचा जाता है। यह एक साइबर अपराध से जुड़ा हुआ मामला है। लड़की से छीने गए मोबाइल की बरामदगी का प्रयास जारी है। एसपी के अनुसार चार मई की सुबह सिकरहटा थाना के फतेहपुर गांव निवासी कामेश्वर सिंह की बेटी तनू कुमारी पीरो से ट्रेन पर सवार होकर आरा आ रही थी। तभी आरा स्टेशन से ठीक पहले पश्चिमी ओवरब्रिज के पास बदमाशों ने चलती ट्रेन से धकेल कर युवती का मोबाइल छीन लिया था। चलती ट्रेन से ट्रैक पर गिरने के कारण युवती को गंभीर चोटें आई थी। चचेरे भाई शशिरंजन के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी की गई थी। कांड के उद्भेदन को लेकर दानापुर रेल डीएसपी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया था। इस दौरान गुप्त सूचना के आधार पर कांड में संलिप्त उपरोक्त दोनों सदस्यों को धर दबोचा गया। टीम में रेल इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, थानाध्यक्ष विजेन्द्र कुमार, बक्सर, थानाध्यक्ष सुधीर कुमार, दानापुर, आरा रेल थाना दारोगा रानी कुमारी एवं बिहटा रेल थानाध्यक्ष आरती कुमारी शामिल थी।