IAS रानी नागर का विवादों से गहरा नाता, जबरन रिटायरमेंट पर भिड़ी UPSC और हरियाणा सरकार

हरियाणा कैडर की 2014 बैच की आईएएस अधिकारी रानी नागर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं. इस बार उनके रिटायरमेंट के मुद्दे पर हरियाणा सरकार और यूपीएससी आमने-सामने हैं. साल 2020 के बाद से नौकरी पर अनुपस्थित रहने के बाद उन्हें जबरन रिटायर करने की फाइल भेजी लेकिन यूपीएससी ने इससे इनकार कर दिया. यूपीएससी ने 30 मई 2024 को दो साल के लिए आईएएस रानी नागर का ग्रेड डाउन करने की सिफारिश की.
.क्या है हरियाणा सरकार का आगे का प्लान?
हरियाणा सरकार ने 20 जनवरी 2025 को दोबारा कंपलसरी रिटायरमेंट की फाइल केंद्र सरकार को भेजी लेकिन केंद्रीय कार्मिक एंव प्रशिक्षण विभाग ने फाइल यह कहकर वापस भेज दी कि यूपीएससी ने अपनी असहमति पर कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है और न ही रानी नागर के रिपोर्ट की जानकारी दी. हरियाणा सरकार ने इसके बाद अप्रैल से जून के बीच आईएएस रानी को 4 बार ईमेल और रजिस्टर्ड डाक से यूपीएससी का प्रस्ताव है और अब उनके दिए जवाब के आधार पर DoPT को फिर से प्रस्ताव भेजा जाएगा.
2020 से ड्यूटी नहीं कर रहीं IAS रानी नागर
आईएएस रानी नागर को 11 मार्च 2020 को हरियाणा के अभिलेखागार विभाग में अडिशनल सेक्रेटरी और डायरेक्टर के पोस्ट पर नियुक्त किया गया था. उन्होंने 27 अक्तूबर 2020 तक ड्यूटी की लेकिन इसके बाद से वह अनुपस्थित हैं. सरकार ने उन्हें कई नोटिस भी भेजे लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले मई 2020 में सुरक्षा कारणों का हलावा देकर और फिर 2022 में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अपना इस्तीफा देकर पद से मुक्त करने की मांग की थी लेकिन उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया गया.
4.इन विवादों के कारण सुर्खियों में रहीं रानी
अपनी पोस्टिंग के बाद से ही वह हमेशा सुर्खियों में रही हैं. 2018 में उन्होंने पशुपालन विभाग के एक सीनियर अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था. फिर जब वह सिरसा में SDM पद पर थीं तब उन्होंने एक ऑटो चालक से जान का खतरा बताया. चंडीगढ़ में यूटी गेस्ट हाउस में रहने के दौरान पुलिस सुरक्षा न मिलने की शिकायत की और साल 2020 में इस्तीफा देकर अपने होमटाउन गाजियाबाद लौट गई थीं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने भाई पर भी सवा करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया था.
यूपीएससी में लाई थीं कितनी रैंक और कितने नंबर मिले थे?
IAS रानी नागर 2014 बैच की अधिकारी हैं. उन्होंने साल 2013 में 162वीं रैंक के साथ यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चुनी गई थी. उन्हें लिखित परीक्षा में 661 और इंटरव्यू में 165 मार्क्स मिले थे और यूपीएससी में उन्होंने कुल 826 नंबर स्कोर किए थे. LBSNAA में ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग कोसली में सब डिविजनल ऑफिसर के तौर पर हुई थी.