देश में फिर बढ़ने लगे कोरोना केस: एक्टिव मरीजों की संख्या 350 के पार, कई राज्यों में नए मामले दर्ज
देश में कोरोना (corona virus) के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। 2020-21 में भारत के साथ ही पूरी दुनिया में कोहराम मचाने के बाद कोविड-19 (Covid-19) ने एक बार फिर दस्तक दी.

देश में कोरोना (corona virus) के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। शनिवार को महाराष्ट्र के ठाणे में 8, उत्तराखंड और हरियाणा में 3-3, और यूपी के नोएडा में 1 नया केस सामने आया है। सिर्फ ठाणे में ही शुक्रवार को 10 मरीज मिले थे। 23 मई को अहमदाबाद में 20, यूपी में 4, हरियाणा में 5 और बेंगलुरु में 9 महीने का एक शिशु कोरोना पॉजिटिव पाया गया। अब तक देश में कुल 350 एक्टिव केस हैं और 2 मौतें हो चुकी हैं।
दिल्ली सरकार ने कोविड-19 (Covid-19) को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है। सभी अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और वैक्सीन की पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, हर पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने को कहा गया है। सभी संस्थानों को अपनी रिपोर्ट रोजाना दिल्ली हेल्थ पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। यह एडवाइजरी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान, चीन, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
भारत में नए Covid-19 वेरिएंट्स की पहचान हुई है
INSACOG के अनुसार, भारत में कोरोना के वेरिएंट NB.1.8.1 का एक और LF.7 का चार केस सामने आए हैं। ये वही वेरिएंट हैं जो चीन और एशिया के अन्य देशों में भी मिल रहे हैं। हालांकि WHO ने इन्हें ‘वॉच लिस्ट’ में रखा है और गंभीर नहीं माना है, लेकिन NB.1.8.1 में मौजूद A435S, V445H और T478I जैसे म्यूटेशन इसे तेजी से फैलने में सक्षम बनाते हैं और पहले से बनी इम्यूनिटी पर असर नहीं करते।
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भारत में JN.1 सबसे आम corona वेरिएंट है
देश में किए गए टेस्ट में आधे से ज्यादा सैंपल्स में JN.1 वेरिएंट मिला है। इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सब-लाइनेज (20%) पाए गए हैं।
गुजरात में फिलहाल 33 corona एक्टिव केस हैं
अब तक गुजरात में कुल 40 केस सामने आए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह के मुताबिक, गुरुवार तक राजधानी में 23 मरीज मिले हैं। यूपी के गाजियाबाद में 4 नए मामले मिले हैं — जिनमें से 3 को आइसोलेशन में रखा गया है और 1 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। हरियाणा में 48 घंटे में 5 नए मरीज मिले हैं, जिनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी की कोई इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
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JN.1 वेरिएंट की खासियतें और खतरे
JN.1 वेरिएंट, ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन से जुड़ा है और इसे पहली बार अगस्त 2023 में पहचाना गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, यह वेरिएंट बाकी की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है, लेकिन गंभीरता कम है। दुनिया के कई हिस्सों में यह अब सबसे आम वेरिएंट बन चुका है। JN.1 से संक्रमित लोगों में लक्षण कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक बने रह सकते हैं। यदि लक्षण लंबे समय तक जारी रहें, तो यह लॉन्ग कोविड हो सकता है — जिसमें मरीज ठीक होने के बाद भी लक्षणों से पूरी तरह राहत नहीं पा पाते।