Ara : राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर ने लाल बाबू निराला को पीएचडी की मानक उपाधि प्रदान की

रिपोर्ट– जितेंद्र कुमार
आरा : ज्ञात हो की जिला के विख्यात तबला वादक लाल बाबू निराला उर्फ निरालाजी को राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा पी.एच.डी. मानक उपाधि प्रदान की गई। इनका शोध तबला वादन पर भूमंडलीकरण के प्रभाव के लिए प्रादन किया गया। अपने शोध में तबला के नये गणितीय सुत्र को स्थापित किया है। ज्ञात हो की ड्रॉ निराला नेट क्वालीफाई, नेशनल स्कॉलरशिप प्राप्त है एवं इनके कई लेख़ इंटनेशनल जनरल में प्रकाशित हो चुके है। इन्होंंने तबला की शिक्षा बनारस घराने के पं. गोविन्द चक्रवर्ती से नईदिल्ली संगीत नाटक टेकाडमि के घटक कत्थक केन्द्र, पं.लच्छू महाराज, स्वामी राम किशोर दास व पं. देवनंदन मिश्र से प्राप्त की है। पुरे देश में इन्होंने तबला का कार्यक्रम किया है जिनमें-मैसूर, नई दिल्ली, बनारस, भोपाल, कटनी, कानपुर इत्यादि है। पटना रेडियो व दूरदर्शन से भी इनका कार्यक्रम प्रसारित हुआ है l तबले के क्षेत्र में जिले के प्रथम तबला वादक है जिन्हें ड्रॉ की उपाधि प्राप्त हुई। अभी बिहार सरकार के इंटर स्कूल पूर्णिया मे संगीत की शिक्षा प्रदान कर रहे है। सफलतम शोध का श्रेय अपने गुरु, रीवा के गाइड डॉ नागेश त्रिपाठी, स्व.माता, पिता-बलेश्वर सिंह व पत्नी डॉ. श्वेता यादव को देते है। शहर के कई संगीतज्ञनों ने इनके सम्मान के लिए बधाई दी है।