60 दिन कमरे में कैद रहे जलालुद्दीन और नीतू, होटल स्टार रूम्स से चलाया धर्मांतरण नेटवर्क

लखनऊ: यूपी एटीएस को धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन की सात दिन की रिमांड मिली है। पहले दिन की पूछताछ में छांगुर ने 15 साल से धर्मांतरण कराने की बात कबूली है। गिरोह पर शिकंजा कसने पर वह नीतू उर्फ नसरीन के साथ लखनऊ के विकासनगर स्थित होटल में रुका था, जहां से उन्होंने धर्मांतरण का रैकेट चलाया। एटीएस ने गोसाईगंज जेल से छांगुर और नीतू को अपनी हिरासत में ले लिया है।
पूछताछ में छांगुर ने कई अहम खुलासे किए हैं। एटीएस पहले दोनों को सरोजनीनगर मुख्यालय ले गई। संतोषजनक जवाब न मिलने पर एटीएस के अफसरों ने सबूतों के साथ सवाल किए, जिसके बाद उसने जवाब देना शुरू किया। छांगुर ने बताया कि पिछले साल कार्रवाई शुरू होने पर वह नीतू के साथ बलरामपुर से लखनऊ के विकासनगर स्थित होटल स्टार रूम्स में आकर ठहरा था। यहां उन्होंने दो महीने रुककर धर्मांतरण नेटवर्क चलाया। वह कमरे से कम ही निकलता था।
होटल वाले छांगुर और नीतू को पति-पत्नी समझते रहे
16 अप्रैल को पहले नीतू होटल आई, फिर छांगुर भी आ गया। मैनेजर ने दोनों को कमरा नंबर 102 दिया। आईडी के तौर पर दोनों ने आधार कार्ड लगाए, जिस पर नीतू नवीन रोहरा लिखा था। पांच दिन बाद दोनों ने कमरा बदलवा कर 105 ले लिया। होटल कर्मी ने एटीएस को बताया कि छांगुर से मिलने एक वकील आया था। होटल स्टाफ दोनों को पति-पत्नी समझता रहा, लेकिन उम्र में अंतर को देखकर उन्हें संशय भी था।
तीन दिन लगे कोठी का अतिक्रमण हटाने में
दूसरी ओर, गुरुवार दोपहर उतरौला कोतवाली मधपुर स्थित छांगुर की कोठी का 5000 वर्ग फीट अवैध अतिक्रमण ढहा दिया गया। इसे हटाने में प्रशासन को तीन दिन लगे। लोक निर्माण विभाग आकलन करेगा और फिर खर्च की वसूली नीतू उर्फ नसरीन से होगी। छांगुर ने धर्मांतरण के बाद नीतू रोहरा उर्फ नसरीन के नाम जमीन खरीदकर एक हिस्से में भवन बनवाया था, जबकि दूसरे हिस्से में दो मंजिल अस्पताल के नाम पर छोड़ रखी थी। उसने पांच हजार वर्ग फीट सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया था।