
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला से शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बात की. पीएम मोदी और शुभांशु शुक्ला के बीच हुई पूरी बातचीत को यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया है. इस बातचीत की शुरुआत में पीएम मोदी ने लखनऊ के लाल शुभांशु से उनकी तबीयत के बारे में पूछा. फिर इसके बाद दोनों के बातचीत का दौर शुरू हुआ. करीब 18 मिनट तक हुई इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन के बारे में जानकारी ली.
दरअसल इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला से कहा, “परिक्रमा करना भारत की सदियों पुरानी पंरपरा है. आपको तो पृथ्वी माता की परिक्रमा का सौभाग्य मिला है. अभी आप पृथ्वी के किस भाग के ऊपर से गुजर रहे होंगे.”
शुभांशु बोले- हम दिन में 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखते हैं
पीएम मोदी के इस सवाल पर शुभांशु शुक्ला ने कहा, “अभी तो यह जानकारी मेरे पास उपलब्ध नहीं है. लेकिन थोड़ी देर पहले मैं विंडो से बाहर देख रहा था, तो हम लोग हवाई के ऊपर से गुजर रहे थे. हम दिन में 16 बार परिक्रमा करते हैं. 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखते हैं. बहुत ही अचंभित करने वाला यह पूरा प्रोसेस है.”
इस परिक्रमा और तेज गति में जो करीब 28 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आपसे बात करते वक्त चल रहे हैं. यह गति पता नहीं चलती है क्योंकि हम तो अंदर है. कहीं न कही यह गति जरूर दिखाती है कि हमारा देश कितनी गति से अंदर बढ़ रहा है. हम यहां पहुंचे हैं और यहां से और आगे जाना है.
पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला को 3 टास्क क्या दिए?
शुभांशु शुक्ला की इस बात को सुनते ही पीएम मोदी वाह-वाह करने लगे. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि मेरी आदत है कि जब किसी से मिलता हूं, होमवर्क भी देता हूं. शुभांशु से पीएम मोदी ने कहा कि आपका होमवर्क ये है कि आपको जो अनुभव मिल रहा है, उससे हमें गगनयान को आगे बढ़ाना है, चंद्रमा पर लैंडिंग करानी है. भारत का खुद का स्पेस स्टेशन बनवाना है. इन तीनों काम में आपके अनुभव की जरूरत होगी.
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