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मुस्लिम देशों में तेजी से बढ़ रही हिंदू आबादी, वजह जाने यहां

बीते 10 सालों में दुनियाभर में हिंदुओं की संख्या में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है. आप जानकर हैरान होंगे कि मुस्लिम बहुल देशों और पश्चिमी देशों में हिन्दुओं की आबादी तेजी से बढ़ रही है. यही वजह है कि अमेरिका से दुबई तक जय श्रीराम की गूंज सुनाई दे रही है.
Pew Research Center की ग्लोबल रिपोर्ट के मुताबिक, वैसे तो एक दशक में दुनियाभर में मुस्लिम आबादी सबसे तेज़ी से बढ़ी है, लेकिन हिंदू धर्म का भी प्रसार हुआ है. वो भी उन देशों में जहां कोई सोच भी नहीं सकता था. रिपोर्ट बताती है कि मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदू आबादी में 62% तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं, नॉर्थ अमेरिका, कनाडा हिन्दुओं की आबादी में 55% तक की वृद्धि हो गई है. इन दोनों ही इलाकों में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं.
दुबई-कुवैत-कतर में ‘जय श्रीराम’ की गूंज
सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, कतर और यूएई जैसे देशों में लाखों भारतीय प्रवासी रोजगार के लिए बसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर हिंदू हैं. पहले जहां पूजा-पाठ सिर्फ घरों तक सीमित था, अब वहां मंदिरों की स्थापना हो रही है और सार्वजनिक रूप से त्योहार भी मनाए जा रहे हैं. दुबई में बना भव्य हिंदू मंदिर इसका ताजा उदाहरण है. वहां दशहरे से लेकर दीवाली और छठ तक, अब खास आयोजन होते हैं. प्रवासी हिंदुओं ने इन देशों में अपने त्योहारों को नई ऊर्जा और लोक भागीदारी के साथ मनाना शुरू कर दिया है.
अमेरिका में मंदिरों की कतार
अमेरिका में बसे हिंदुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. न्यू जर्सी, टेक्सास और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय है, जिनमें से अधिकांश हिंदू हैं. Pew की रिपोर्ट बताती है कि 2010 से 2020 के बीच अमेरिका में हिंदुओं की आबादी में 55% की वृद्धि हुई. यहां न सिर्फ मंदिरों की संख्या बढ़ी है, बल्कि वहां के लोग भी योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता के चलते हिंदू धर्म को लेकर सकारात्मक सोच बना रहे हैं. अब अमेरिका के स्कूलों और यूनिवर्सिटी में दिवाली जैसे त्योहारों को मान्यता मिलने लगी है. कई जगह इसे छुट्टी के रूप में भी मनाया जाने लगा है.
मुस्लिम बहुल देशों में कैसे बढ़ रही हिन्दुओं की आबादी?
रिपोर्ट बताती है कि मुस्लिम बहुल देशों में हिन्दुओं की आबादी इसलिए बढ़ रही, क्योंकि वहां बड़ी संख्या में हिन्दू नौकरी-रोजगार के लिए जा रहे हैं. वहीं रहने लगते हैं. वहीं बच्चे पैदा करते हैं और वहीं के स्थायी निवासी हो जाते हैं. यानी वहां काम करने गए भारतीय जब अपने परिवारों को साथ लेकर बसते हैं या वहां उनके बच्चे होते हैं, तो धीरे-धीरे एक नई हिंदू आबादी तैयार हो जाती है. मिडिल ईस्ट में हिन्दुओं की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी है कि अब यूएई और कुवैत में हिंदू मंदिरों को आधिकारिक मंजूरी भी मिलने लगी है. पहले जो धार्मिक गतिविधियां घरों तक सीमित थीं, अब वे सार्वजनिक रूप से होने लगी हैं. अब दुबई में ‘जय श्रीराम’ बोलना आम बात हो गई है.