पंचांग : सर्वार्थ सिद्धि योग में मां स्कंदमाता की पूजा से मिलेगा संतान सुख, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

आज 26 सितंबर, 2025 शुक्रवार, के दिन आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि है. ये तिथि भगवान गणेश द्वारा नियंत्रित होती है. विरोधियों के खिलाफ रणनीतिक योजना बनाने के लिए अच्छी है, लेकिन रिक्ता तिथि होने के कारण किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए. आज सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है.
26 सितंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : आश्विन
- पक्ष : शुक्ल पक्ष चतुर्थी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष चतुर्थी
- योग : विष्कुंभ
- नक्षत्र : विशाखा
- करण : विष्टि
- चंद्र राशि : तुला
- सूर्य राशि : कन्या
- सूर्योदय : सुबह 06:29 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:32 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 10.04 बजे
- चंद्रास्त : रात 08.35 बजे
- राहुकाल : 11:00 से 12:30
- यमगंड : 15:31 से 17:01
दैनिक महत्व की गतिविधियों के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा तुला राशि और विशाखा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र 20 डिग्री तुला से 3:20 डिग्री वृश्चिक राशि तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बृहस्पति और देवता सतराग्नि हैं, जिसे इन्द्राग्नि भी कहा जाता है. यह मिश्रित प्रकृति का नक्षत्र है. नियमित कर्तव्यों के पालन के लिए, किसी की पेशेवर जिम्मेदारियों को सौंपने के लिए, घरेलू काम और दिन-प्रतिदिन के महत्व की किसी भी गतिविधि के लिए ये उपयुक्त नक्षत्र है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:00 से 12:30 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.