नेपाल में सबसे अमीर कौन है?, जिसने रतन टाटा से प्रेरणा लेकर खड़ी कर दी 16,690 करोड़ की कंपनी

नेपाल का एक ऐसा शख्स, जिसने रतन टाटा से प्रेरणा लेकर एक पूरी कारोबारी दुनिया खड़ी कर दी. हम बात कर रहे हैं नेपाल के सबसे अमीर और इकलौते अरबपति बिनोद चौधरी की, जिनकी नेटवर्थ आज ₹16,690 करोड़ से भी ज्यादा है.
उनका जन्म काठमांडू के एक व्यापारिक परिवार में हुआ हो, लेकिन उनका सपना था चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का. वे भारत आकर सीए की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पारिवारिक कारोबार संभालना पड़ा. इसी मोड़ पर उन्होंने रतन टाटा और जेआरडी टाटा जैसे दिग्गजों से प्रेरणा ली और बिजनेस की दुनिया में अपने कदम मजबूत किए.
उनका सबसे बड़ा बिजनेस आइडिया उन्हें तब आया जब वे थाईलैंड यात्रा पर गए थे. वहां उन्होंने इंस्टैंट नूडल्स की लोकप्रियता देखी और सोचा कि नेपाल में भी इस प्रोडक्ट की संभावनाएं हैं. इसी सोच के साथ उन्होंने ‘वाइ वाइ’ ब्रांड की नींव रखी, जो आज न केवल नेपाल बल्कि भारत और अन्य देशों में भी लोकप्रिय है. ‘मैगी’ के वर्चस्व के बावजूद ‘वाइ वाइ’ ने भारत में अपना अलग बाजार बनाया.
चौधरी सिर्फ नूडल्स तक सीमित नहीं हैं. उन्होंने नेशनल पैनासोनिक के साथ साझेदारी की और सुजुकी कारों को नेपाल में लांच किया. इसके अलावा, उन्होंने 1990 में सिंगापुर में सिनोवेशन ग्रुप की स्थापना की और 1995 में नेपाल के नबील बैंक में कंट्रोल हिस्सेदारी प्राप्त की. चौधरी ग्रुप आज रियल एस्टेट, बैंकिंग, होटल्स, FMCG और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर में कारोबार करता है.
बिनोद चौधरी एक लेखक भी हैं. उनकी आत्मकथा मेक इट बिग में उन्होंने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी शेयर की है. वे एक फिल्म निर्माता भी रहे हैं और समाज सेवा में भी एक्टिव हैं. उनके फाउंडेशन ने नेपाल में भूकंप राहत से लेकर शिक्षा और हेल्थ के सेक्टर में कई योगदान दिए हैं.