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कौन हैं ‘लेडी सिंघम’ ऋषिका सिंह, जिन्होंने कांवड़ियों के दबाए पैर?, सोशल मीडिया पर वायरल

इन दिनों मुजफ्फरनगर जिले से कांवड़ियों का रेला निकल रहा है तो ऋषिका सिंह अपनी ड्यूटी निभाने के साथ-साथ पैदल जा रहे महिला और बाल कांवड़ियों की सेवा भी कर रही हैं. उनके कुछ फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें वह कुर्सी पर बैठीं कुछ महिला कांवड़ियों के पैर दबाते दिख रही हैं. अब ऐसे में लोग उनके बारे में जानने को इच्छुक हैं कि वर्दी में वह इतनी सहज और सरल कैसे हैं?

सबसे पहले हम आपको सीओ ऋषिका सिंह बारे में कुछ जानकारी देंते हैं. वह यूपी की राजधानी लखनऊ की रहने वाली हैं. ऋषिका सिंह अपने मां-बाप की इकलौती संतान हैं. मां-बाप ने काफी लाड-प्यार से उन्हें पाला-पोसा, लेकिन ऋषिका ने इस लाड-प्यार को कभी अपने लक्ष्य पर हावी नहीं होना दिया. उनका सिर्फ एक ही लक्ष्य था कि वह भारतीय पुलिस या प्रशासनिक सेवा का हिस्सा बनें. कई असफलताओं के बाद 2022 में उन्हें सफलता मिली और वह यूपी पुलिस का हिस्सा बन गईं. इस सफलता को पाने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी.

दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया बीकॉम
ऋषिका बताती हैं कि वह बचपन से ही माता-पिता के साथ लखनऊ में ही रहीं. वहीं उनकी पढ़ाई-लिखाई हुई. लखनऊ के ही एक कॉलेज से उन्होंने कॉमर्स से 12वीं की परीक्षा पास की. ऋषिका ने बताया कि वह पढ़ने में बहुत तेज नहीं थीं, लेकिन हर कदम पर सफलता उन्हें मिलती गई. मां को लगता था कि वह कुछ बड़ा हासिल कर सकती हैं. इसी वजह से उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से करें. लिहाजा, बीकॉम के लिए उन्होंने डीयू का टेस्ट दिया और उनका एडमिशन दौलतराम कॉलेज में हो गया, जहां से उन्होंने बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई की. इस दौरान उनकी मां भी उनके साथ दिल्ली ही रहीं.

पहले MBA करना चाहती थीं, फिर बदल गया मन
ऋषिका बताती हैं कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम ऑनर्स के बाद वह MBA करना चाहती थीं. इसके लिए उन्होंने CAT की तैयारी भी शुरू कर दी, लेकिन इसमें मन नहीं लगा तो तैयारी बीच में ही छोड़ दी. फिर उन्हें लगा कि वह टीचर बन जाएं. काफी समय तक असमंजस की स्थिति में रहीं. फिर उन्होंने फैसला किया वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगी. ऋषिका ने सबसे पहले वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन इस परीक्षा में प्रिलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई, जिससे काफी निराशा हुईं.

जब दिल्ली छोड़कर आ गईं लखनऊ
इसके बाद उन्होंने अगले साल 2020 में फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी. इस बार उन्होंने मेन्स की परीक्षा पास कर ली, लेकिन इंटरव्यू में नहीं हुआ. वर्ष 2021 में ऋषिका ने एक बार फिर प्रयास किया. वह इंटरव्यू तक पहुंचीं, लेकिन फाइनल सिलेक्शन नहीं हुआ. इंटरव्यू की दो असफलताओं ने उन्हें इस कदर तोड़ा की वह 2021 में दिल्ली छोड़कर लखनऊ वापस आ गईं. वह डिप्रेशन जैसा फील करने लगी थीं, लेकिन खुद को मजबूत करने के लिए उन्होंने तय किया कि अब असफलता से घबराना नहीं है, बल्कि अपनी तैयारी पर जोर देना है.

2022 में मिली सफलता, खुशी का ठिकाना नहीं रहा
ऋषिका ने बताया कि वह यूपीएससी के साथ-साथ पीसीएस की भी तैयारी कर रही थीं. लखनऊ में ही रहकर उन्होंने पीसीएस की तैयारी पर और जोर लगाया. परीक्षा के दिनों में 14-14 घंटे तक पढ़ाई की और आखिरकार साल 2022 में यूपी पीएससी उनका चयन हो गया. उन्होने 80वीं रैंक हासिल की और डिप्टी एसपी बन गईं. ऋषिका ने बताया कि उन्होंने अपना रिजल्ट भी नहीं देखा था. कोचिंग के सर ने उन्हें फोन पर बताया कि तुम डिप्टी एसपी बन गई हो. जब ये बात उन्होंने अपने माता-पिता को बताई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फिलहाल ऋषिका सिहं इस समय मुजफ्फरनगर में तैनात हैं. ये उनकी पहली पोस्टिंग है.

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