
भारतीय इतिहास के सबसे प्रभावशाली राजवंशों में से एक मुगल थे, जिन्होंने लगभग 3 शताब्दियों तक भारत पर शासन किया था. क्या आप जानते हैं वह कहां से आए थे और उन्होंने भारत को ही बसने के लिए क्यों चुना था.
कहा जाता है कि बाबर पिता की तरफ से तैमूर वंश और माता की तरफ से मंगोल सरदार चंगेज खान का वंशज था. हालांकि, मुगल फारसी संस्कृति से ज्यादा प्रभावित थे.
मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर था, जो मूल रूप से फरगाना (वर्तमान उज्बेकिस्तान) से आया था। 12 साल की उम्र में वह तुर्किस्तान में फरगाना राज्य का शासक बन गया था.
उस समय भारत को समृद्ध देश माना जाता था, जहां विशाल संपत्ति, उपजाऊ भूमि और राजनीतिक विखंडन था. दिल्ली की गद्दी पर इब्राहिम लोदी ने कब्जा किया हुआ था और लोधी वंश का पतन हो रहा था.
शुरुआत में बाबर की नजर भारत पर नहीं थी, लेकिन मेवाड़ के राणा सांगा और दिल्ली सल्तन के अधीन गर्वनर दौलत खान लोदी ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए उससे मदद मांगी थी.
बाबर ने मौका देखकर भारत में प्रवेश कर लिया और 1526 में हुई पानीपत की पहली लड़ाई में लोदी को हराकर बाबर ने भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना की.
बाबर ने जब दिल्ली सल्तनत पर कब्जा कर लिया, तो उसके सामने चुनौती थी कि वह इस पर नियंत्रण कैसे बनाकर रखे और अपने मुगल साम्राज्य का विस्तार कैसे करे.