Ara : तनिष्क ज्वेलरी कांड में बड़ा खुलासा, गोल्ड थीफ के नाम से मशहूर सुबोध सिंह ने बनाया था लूट का पूरा प्लान
पूरी साजिश की पटकथा पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल से लिखी गई थी

रिपोर्ट– जितेंद्र कुमार
आरा : बिहार के आरा शहर स्थित प्रतिष्ठित तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में हुई 10 करोड़ रुपए की लूट ने पूरे राज्य को झकझोर दिया था। अब इस केस में जो खुलासे हुए हैं, उन्होंने इसे भारत के सबसे हाई-टेक और सुनियोजित अपराधों में से एक बना दिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरी साजिश की पटकथा पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल से लिखी गई थी।
वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल किया
पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपी चंदन कुमार उर्फ प्रिंस ने खुलासा किया कि जेल में बंद कुख्यात अपराधी सुबोध सिंह ने ही उसे इस लूट के लिए प्रेरित किया था। सुबोध, जिसे अपराध जगत में “गोल्ड थीफ” के नाम से जाना जाता है, नालंदा का निवासी है और इस समय पुरुलिया जेल में सजा काट रहा है। चंदन ने जेल में रहते हुए तकनीकी माध्यमों से एक ग्रुप बनाया, जिसमें उसने व्हाट्सएप, वीपीएन और वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल किया। टीम में कई जिलों से अपराधियों को शामिल किया गया और इस पूरे ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई चुनमुन झा को—जो बाद में एक मुठभेड़ में मारा गया।
कैसे हुआ ऑपरेशन? जानिए पूरी साजिश की परतें
रॉकी उर्फ राजा को इस लूट में शोरूम के गार्ड से बंदूक छीनने और कर्मचारियों को बंधक बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। रॉकी को 10 लाख रुपए देने का वादा किया गया था। शुरुआत में उसने इंकार किया, लेकिन सुबोध की धमकी के आगे झुक गया। +
+लूट के बाद रॉकी और उसके दो साथी गंगा घाट के रास्ते छपरा भाग रहे थे, तभी बालू माफिया ने उन्हें लूट लिया। माफिया ने उनसे दो पिस्टल और 128 ग्राम सोने की ज्वेलरी छीन ली, लेकिन पार लगाने के लिए नाव भी दी।
आरोपी कोई आम अपराधी नहीं
जांच में यह तथ्य और चौंकाने वाला था कि इस केस का मास्टरमाइंड चंदन कुमार एक पढ़ा-लिखा, प्रशिक्षित इंजीनियर है। उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग और सूरत से साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई की है।