शराबबंदी की धज्जियां उड़ा रहे तस्कर, बिहार में जब्ती में 16% का इजाफा, अब हर महीने औसतन 77 हजार लीटर शराब बरामद, जानिए कैसे हो रही तस्करी

बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के नौ साल बाद भी अवैध शराब तस्करी पूरी तरह नहीं रुकी है। पुलिस के अनुसार जनवरी से अगस्त 2025 के बीच राज्य में हर महीने औसतन 77,540 लीटर शराब जब्त की गई, जो पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
पुलिस के निषेध विभाग के एडीजी अमित कुमार जैन ने बताया कि जनवरी से अगस्त 2024 में औसतन 67 हजार लीटर शराब जब्त हुई थी, जबकि इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 77 हजार लीटर से अधिक हो गया। अब तक जनवरी-अगस्त 2025 में कुल 5,74,526 लीटर विदेशी शराब (IMFL), 12,515 लीटर देशी शराब और 33,281 लीटर स्प्रिट जब्त की जा चुकी है। शराबबंदी लागू होने के बाद से अब तक 2.75 करोड़ लीटर से अधिक शराब जब्त की जा चुकी है, जिसमें 97 प्रतिशत नष्ट कर दी गई।
चुनावों को देखते हुए पुलिस ने चौकसी और कड़ी कर दी है। राज्य में अवैध शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए 393 नए चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। इनमें से 96 यूपी, 34 पश्चिम बंगाल और 46 झारखंड सीमा पर स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा राज्य के अंदर 176 संवेदनशील स्थान चिन्हित किए गए हैं।
नेपाल सीमा से होने वाली तस्करी पर भी सख्ती बढ़ाई गई है। जुलाई 2025 तक बिहार-नेपाल सीमा जिलों के बीच 188 बैठकें हो चुकी हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 में शराबबंदी लागू की थी। सरकार का उद्देश्य घरेलू हिंसा और सामाजिक अपराधों में कमी लाना था। हालांकि, अवैध शराब का धंधा अब भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। पुलिस की बढ़ी हुई कार्रवाई के बावजूद तस्करी पूरी तरह नहीं रुकी है और इसे रोकने के लिए निरंतर निगरानी जारी है।