किशोर कुमार अपने घर में क्यों रखते थे खोपड़ियां और कंकाल? बेटे अमित कुमार ने किया खुलासा
हिंदी सिनेमा के महान गायक और अभिनेता किशोर कुमार अपनी अनोखी शख्सियत के लिए जाने जाते थे। उनके व्यवहार और शौक इतने विचित्र थे कि कई लोग उन्हें सनकी समझते थे। खासकर, उनके घर में खोपड़ियां और कंकाल रखने की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती थीं। अब उनके बेटे अमित कुमार ने इस रहस्य से पर्दा उठाया है।

हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार किशोर कुमार अपनी खुशमिज़ाजी और मजाकिया स्वभाव के लिए मशहूर थे। वे लोगों के साथ हंसी-मजाक करने में माहिर थे, लेकिन उनकी कुछ अजीब आदतों के चलते कई लोग उन्हें सनकी या झक्की भी कहने लगे थे। उनकी ज़िंदगी के दौरान एक बात जो हमेशा चर्चा में रही, वह थी — घर में खोपड़ियां रखना। यह अजीब आदत कई बार सुर्खियों में रही। हाल ही में उनके बेटे अमित कुमार ने एक इंटरव्यू में इस रहस्य से पर्दा उठाया। अमित ने बताया कि लोग उनके पिता को पागल समझते थे, लेकिन किशोर कुमार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। वे अपनी ही दुनिया में जीने वाले इंसान थे और दुनिया की सोच की परवाह नहीं करते थे।
यह भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर: 10 मई की आधी रात को पाकिस्तान में क्या-क्या हुआ, पाकिस्तान गुहार लगाने पहुंच गया अमेरिका, जानें यहां
क्यों रखते थे किशोर कुमार घर में कंकाल और खोपड़ियां?
हाल ही में एक इंटरव्यू में अमित कुमार ने खुलासा किया कि उनके पिता का मकसद किसी को डराना नहीं था, बल्कि यह एक खास शौक का हिस्सा था। अमित ने बताया कि किशोर कुमार को दुर्लभ और एंटीक चीजें इकट्ठा करने का बहुत शौक था। एक बार जब वे ईस्ट अफ्रीका के नैरोबी शहर में परफॉर्म करने गए थे, इसलिए वहां से वे कुछ अफ़्रीकी कलाकृतियाँ और खोपड़ियाँ लेकर लौटे। आज भी ये चीज़ें किशोर कुमार ट्रस्ट के पास सुरक्षित हैं।
यह भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर का असर.. इजराइल भारत से खरीदेगा रॉकेट लॉन्चर, दिया 150 करोड़ का ऑर्डर
अफ्रीकन कल्चर के थे बड़े प्रशंसक
अमित कुमार ने यह भी बताया कि उनके पिता को अफ्रीकन संस्कृति बेहद आकर्षक लगती थी। उनके संगीत में भी अक्सर ग्लोबल इन्फ्लुएंस देखने को मिलता है। किशोर कुमार अपने अंदाज़ में जीवन को जीने में विश्वास रखते थे और लोगों की बातों की परवाह नहीं करते थे।
यह भी पढ़ें: Ara: बड़हारा विधानसभा में सूर्यभान सिंह ने प्रचार रथ को हरी झंडी दिखा कर किया रवाना
“दुनिया मुझे पागल कहे, तो कहने दो” – किशोर कुमार
जब अमित से पूछा गया कि उनके पिता की छवि एक सनकी इंसान की क्यों बन गई थी, तो उन्होंने साफ किया कि यह सब अफवाहें थीं। किशोर कुमार खुद कहा करते थे – “अगर लोग मुझे पागल कहते हैं तो कहने दो। मैं भी दुनिया को पागल समझता हूं।”
उनका मानना था कि एक दिन हर इंसान को कंकाल में बदल जाना है, इसलिए जीवन को दिल खोलकर जीना चाहिए।