Russia Drone Attack Ukraine: रूस ने यूक्रेन पर किया सबसे बड़ा ड्रोन हमला, हिले जेलेंस्की, एक ही रात में 273 अटैक

कीव: रूस ने रविवार तड़के यूक्रेन पर युद्ध शुरू होने के बाद अपना सबसे बड़ा और सबसे आक्रामक ड्रोन हमला किया. इस हमले में डिनिप्रोपेट्रोव्स्क और डोनेट्स्क क्षेत्रों को दहला दिया. इस हमले ने यूक्रेन की रक्षा प्रणाली के लिए मुश्किल पैदा कर दी और आम नागरिकों के बीच दहशत फैल गई. इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन में ‘संघर्ष के कारणों को दूर करना’ चाहते हैं और रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं. यूक्रेन की वायु सेना ने खुलासा किया कि रूस ने रात भर में कुल 273 विस्फोटक ड्रोन और डिकॉय दागे, जो युद्ध शुरू होने के बाद से एक रात में किया गया सबसे बड़ा ड्रोन हमला है. इनमें से 88 ड्रोन को यूक्रेनी रक्षा बलों ने मार गिराया, जबकि 128 अन्य इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग के कारण लापता हो गए.
हमले में इस्तेमाल किए गए ड्रोन की संख्या रूस के पिछले सबसे बड़े ड्रोन अटैक के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ती है. युद्ध शुरू होने की तीसरी वर्षगांठ से पहले रूस ने यूक्रेन पर 267 ड्रोन दागे थे. कीव क्षेत्र के गवर्नर माईकोला कालाश्निक ने बताया कि इस हमले में एक 28 वर्षीय महिला की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हुए. घायलों में एक 4 साल का मासूम बच्चा भी शामिल है. इस हमले ने न केवल यूक्रेन की सैन्य ताकत को निशाना बनाया, बल्कि आम नागरिकों की जिंदगियों को भी तबाह कर दिया.
क्या बोला रूस?
दूसरी ओर, रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा ने रात भर में सात यूक्रेनी ड्रोन और रविवार सुबह 14 अन्य ड्रोन मार गिराए. हालांकि, रूस के इन दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है. यह हमला रूस और यूक्रेन के बीच शुक्रवार को हुई पहली सीधी बातचीत के ठीक बाद हुआ. युद्धविराम की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है. बाचीत से पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन को जेलेंस्की ने आमने-सामने मिलने का प्रस्ताव दिया था, जिसे पुतिन ने खारिज कर दिया था.
पुतिन से बात करेंगे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि वह सोमवार को पुतिन से फोन पर बात करेंगे, जिसके बाद जेलेंस्की और नाटो देशों के नेताओं से चर्चा करेंगे. ट्रंप का दावा है कि वह यूक्रेन में इस विनाशकारी युद्ध को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे. लेकिन, रूस के ताजा हमलों ने इन कोशिशों पर सवालिया निशान लगा दिया है. कीव में रात भर सायरन गूंजते रहे, और नागरिक बम शेल्टरों में शरण लेने को मजबूर हुए.