पीएम मोदी के राजनीतिक सफर की कहानी: 75वें जन्मदिन पर खास…जाने कहानी और देश की सेवा में उनके योगदान के बारे में

रायपुर। आज, 17 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। मोदी का राजनीतिक सफर कई युवाओं और नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने गुजरात से लेकर देश की राजनीति में अपनी छाप छोड़ी है और कभी चुनाव नहीं हारे।
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में एमए की डिग्री हासिल की। शुरुआती दिनों में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ काम किया और 1987 में भाजपा के क्षेत्रीय आयोजक के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। 1988 में वे गुजरात भाजपा संघ के महासचिव बने और 1995 में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नियुक्त हुए। उन्होंने गुजरात में 1995 और 1998 के विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मोदी की किस्मत तब बदल गई जब 2001 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें गुजरात लौटने का सुझाव दिया। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को 51 वर्ष की आयु में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद उन्होंने 2002, 2007 और 2012 के विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल की और लगातार 14 साल तक गुजरात के सीएम रहे।
साल 2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की दौड़ में हिस्सा लिया और भाजपा को भारी बहुमत दिलाया। इसके बाद 2019 और 2024 में भी उनकी अगुवाई में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की। आज पीएम मोदी का राजनीतिक सफर गुजरात से देश के सर्वोच्च नेतृत्व तक पहुंचने की कहानी है, जो दृढ़ निश्चय, मेहनत और सेवा भाव का प्रतीक है।