राहुल गांधी का केंद्र पर हमला: बेरोजगारी को ‘वोट चोरी’ से जोड़ा, कहा- “अब युवा न नौकरी की लूट सहेंगे, न वोट की चोरी”

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया है। इस बार उन्होंने बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को सीधे-सीधे चुनावी धांधली से जोड़ा। राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किए गए वीडियो संदेश में कहा कि “जब तक चुनाव ईमानदारी से नहीं होंगे, तब तक नौकरी का संकट और भ्रष्टाचार दोनों बढ़ते रहेंगे।”
राहुल का आरोप है कि मौजूदा सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। उन्होंने दावा किया कि पिछले 45 सालों में देश में बेरोजगारी अपने उच्चतम स्तर पर है और भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह चरमरा गई है।
“संस्थानों पर कब्जा, युवाओं से अवसर छीने गए” – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि किसी भी चुनी हुई सरकार की पहली जिम्मेदारी युवाओं को रोजगार देना होती है, लेकिन मोदी सरकार ने भरोसा तोड़ा है। उनके अनुसार, संस्थानों पर कब्जा और चुनावी धांधली के चलते युवाओं को अवसरों से वंचित किया जा रहा है।
अरबपतियों को तरजीह, युवाओं पर लाठीचार्ज
राहुल ने साझा किए गए वीडियो में दिखाया कि एक ओर बेरोजगारी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस लाठीचार्ज कर रही है, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आराम से मोर को दाना खिलाते दिख रहे हैं। राहुल ने टिप्पणी की कि “सरकार युवाओं की समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय अरबपतियों और उद्योगपतियों को प्राथमिकता दे रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि “अब युवा न तो नौकरी की लूट सहेंगे और न वोट की चोरी।”
भर्ती प्रक्रिया और पेपर लीक पर सवाल
राहुल गांधी ने भर्ती परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक और नियुक्तियों में लगातार देरी को मोदी सरकार की नाकामी बताया। उनका कहना है कि हर रद्द हुई परीक्षा और हर पेपर लीक के पीछे भ्रष्टाचार की बड़ी कहानी छिपी है।
उन्होंने छात्रों पर बल प्रयोग को “कायर सरकार की निशानी” बताते हुए कहा कि सरकार युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने के बजाय अपनी छवि बचाने में लगी है।
बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का ‘वोट चोरी’ अभियान
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘वोट चोरी’ को बड़ा मुद्दा बनाने में जुटी है। हाल ही में राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि चुनाव प्रणाली से जुड़े बड़े खुलासे सामने आने वाले हैं। उन्होंने इसे “हाइड्रोजन बम” करार देते हुए कहा कि असली देशभक्ति अब बेरोजगारी और वोट चोरी से भारत को आज़ाद कराना है।