पीएम मोदी ने भावनगर में दिया आत्मनिर्भर भारत का संदेश

गुजरात के भावनगर में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का असली दुश्मन कोई बाहरी शक्ति नहीं, बल्कि अन्य देशों पर निर्भरता है। पीएम मोदी ने कहा, “जब तक भारत आत्मनिर्भर नहीं बनेगा, तब तक राष्ट्रीय गौरव और भविष्य दोनों खतरे में रहेंगे। विदेशी निर्भरता जितनी ज़्यादा होगी, राष्ट्र की विफलता उतनी ही ज्यादा होगी।”
प्रधानमंत्री का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब अमेरिका की नई नीतियों ने भारत की चिंताओं को बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में H-1B वीजा नियमों में बदलाव किया है, जिसके अनुसार वीजा के लिए अब 1,00,000 डॉलर का शुल्क लगेगा। चूँकि H-1B वीज़ा धारकों में 71% भारतीय हैं, यह कदम भारतीय पेशेवरों और उद्योगों पर सीधे असर डालेगा। इसके अलावा अमेरिका द्वारा भारतीय आयातों पर लगाए गए 50% टैरिफ ने भी आर्थिक दबाव बढ़ा दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 1.4 अरब देशवासियों का भविष्य दूसरों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। अगर भारत आयात पर निर्भर रहेगा, तो आत्मसम्मान और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य खतरे में रहेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “सौ दुखों की एक ही दवा है, और वह है आत्मनिर्भर भारत।”
प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता को केवल आर्थिक मजबूती तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे राष्ट्र के सम्मान और वैश्विक पहचान से जोड़ा। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि सभी मिलकर निर्भरता नामक इस असली दुश्मन को हराएं और भारत को मजबूत, स्वावलंबी और गौरवपूर्ण राष्ट्र बनाएं।