Join Whatsapp Group
Join Our Whatsapp Group
विचार

Parenting Mistakes: बेटा करे नफरत या प्यार – आपकी परवरिश की इन गलतियों पर है निर्भर

Parenting Mistakes: परवरिश के दौरान की गई कुछ सामान्य सी लगने वाली गलतियां रिश्तों में दूरी पैदा कर सकती हैं। ये गलतियां न सिर्फ आपके बेटे के मानसिक विकास को प्रभावित करती हैं, बल्कि उसे जीवनभर आपसे नफरत करने तक के लिए मजबूर कर सकती हैं।

Parenting Mistakes: जब घर में बेटे का जन्म होता है, तो हर माता-पिता चाहते हैं कि वो एक अच्छा इंसान बने और उनसे भावनात्मक रूप से जुड़ा रहे। लेकिन कई बार परवरिश के दौरान की गई कुछ सामान्य सी लगने वाली गलतियां रिश्तों में दूरी पैदा कर सकती हैं। ये गलतियां न सिर्फ आपके बेटे के मानसिक विकास को प्रभावित करती हैं, बल्कि उसे जीवनभर आपसे नफरत करने तक के लिए मजबूर कर सकती हैं। इस लेख में हम आपको ऐसी ही तीन आम लेकिन गंभीर पैरेंटिंग मिस्टेक्स के बारे में बताएंगे, जिनसे हर माता-पिता को बचना चाहिए।

1. बेटे के साथ समय न बिताना (Parenting Mistakes)

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अक्सर माता-पिता बच्चों के साथ पर्याप्त समय नहीं बिता पाते। लेकिन यह एक ऐसी गलती है, जो रिश्तों में खटास ला सकती है। जब आप अपने बेटे (Parenting Mistakes) के साथ क्वालिटी टाइम नहीं बिताते, तो वह खुद को अनदेखा महसूस करने लगता है। इसका असर आपके रिश्ते की गहराई पर पड़ता है। बच्चे धीरे-धीरे आपसे भावनात्मक रूप से कटने लगते हैं और अपने मन की बात आपसे साझा नहीं करते। इसलिए रोज़ाना थोड़ा वक्त निकालकर अपने बेटे से बात करें, उसकी रुचियों में हिस्सा लें और एक दोस्त जैसा रिश्ता बनाएं।

2. बेटे पर अपनी बातें थोपना (Parenting Mistakes)

अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि जो वे कह रहे हैं, वही सही है। लेकिन जब आप बार-बार अपने विचार अपने बेटे (Parenting Mistakes) पर थोपते हैं, तो वह खुद को असहाय और अनसुना महसूस करता है। उसकी अपनी सोच, इच्छाएं और पसंद-नापसंद भी होती है, जिन्हें सम्मान देना ज़रूरी है। जब आप उसके विचारों को महत्व नहीं देते, तो उसका आत्मविश्वास धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। बेटा अगर हर वक्त आपके आदेशों के दबाव में रहेगा, तो वो एक दिन आपके खिलाफ हो सकता है। बेहतर होगा कि आप उसकी बातों को ध्यान से सुनें, समझें और संवाद बनाकर चलें।

3. भावनाओं को दबाना या न समझना (Parenting Mistakes)

समाज में अब भी यह धारणा बनी हुई है कि लड़कों को अपनी भावनाएं ज़ाहिर नहीं करनी चाहिए। लेकिन जब माता-पिता भी अपने बेटे (Parenting Mistakes) से यही उम्मीद करते हैं कि वह रोए नहीं, कमज़ोरी न दिखाए और हमेशा मज़बूत बना रहे, तो यह उसकी मानसिक सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। भावनाएं हर इंसान के लिए जरूरी होती हैं, चाहे वह लड़का हो या लड़की। जब आप उसके दुख, डर या चिंता को समझने की बजाय उसे नजरअंदाज करते हैं, तो वह भीतर से टूटने लगता है। उसे महसूस कराएं कि उसकी भावनाएं भी वैलिड हैं और आप उसकी हर परिस्थिति में साथ हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button