MP Love Jihad Case: ऐसे फंसाते थे हिंदू लड़कियों को…नाम बदलकर करते थे शोषण
सिलसिलेवार जानें पांच बड़े मामले

मप्र में इन दिनों लव जिहाद से जुड़े हुए कई मामले देखने को मिल रहे हैं। जिनमें देखा गया कि हिंदू लड़कियों को अपना झूठा नाम बताकर पहले उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाते थे, फिर उनका शारीरिक शोषण करते थे। आरोपी इतने शातिर थे कि जब पीड़िता को उनकी सच्चाई का पता चलता था तो विरोध करने पर वो ब्लैकमेलिंग की धमकी देते थे। भोपला, सागर, दमोह, उज्जैन और छतरपुर में ऐसे मामले सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा इसपर कार्रवाई की गई है। आइये सबसे पहले जानते हैं राजधानी भोपाल का मामला।
1- भोपाल
मध्यप्रदेश के भोपाल में लव जिहाद और गैंगरेप का ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर किसी की रूह कांप गई। छह मुस्लिम युवकों का एक गैंग, जिसक काम था हिंदू लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाना। उनका ब्रेन वॉश करना और फिर रेप करना। उसके बाद अपने साथियों से गैंगरेप करवाना। भोपाल में हुए लव जिहाद और गैंगरेप कांड में दबोचे गए आरोपियों का कच्चा चिट्ठा खुल गया है। इन शातिर आरोपियों में फरहान, साहिल खान, अली खान, साद, नबील और अबरार शामिल है। अबरार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। अबरार पर एक लड़की का रेप कर उसका वीडियो मुख्य आरोपी फरहान को भेजने का आरोप है।
2- उज्जैन
धार्मिक नगरी उज्जैन में लव जिहाद का ऐसा मामला सामना है, जिसमें एक युवक ने एक महिला को अपने प्रेम जाल में फंसाया और 15 वर्षों तक शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। यह युवक वैसे तो मुस्लिम समुदाय का था, लेकिन वह अपने आपको हिंदू बताता था सिर पर तिलक लगाने के साथ ही हिंदू त्योहारों को भी मानता जिससे महिला को इस युवक पर कोई शक नहीं हो पाया। एक माह पहले जब महिला इस युवक कि जेब से कुछ सामान निकाल रही थी तभी उसे युवक के दो आधार कार्ड मिले, जिसमें एक में उसका नाम योगेंद्र वाडिया तो दूसरे में शाहरुख पिता सलीम खान था। महिला ने जब इस आधार कार्ड के बारे में शाहरुख से पूछताछ की थी तो उसने यह कबूल लिया था कि वह हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम धर्म का है। जिस पर महिला ने शाहरुख के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 1860, 376, 294, 323 में प्रकरण दर्ज करवाया।
3- दमोह
पन्ना जिले का इसराइल मोहम्मद नामक एक युवक दमोह के एक लॉज में शिवा शर्मा नाम के फर्जी आधार कार्ड पर रुका हुआ था। आरोप है कि युवक यहां से किसी लड़की को लेकर आया हुआ था।गुरुवार रात हिंदू संगठन से जुड़े लोगों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने उस युवती को खोज लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी युवक एक लॉज में रुका हुआ है। हिंदू संगठन से जुड़े युवक सचिन नेमा ने बताया कि शिवा शर्मा नाम से मुस्लिम युवक ने फेक आईडी बनाई और आधार कार्ड के माध्यम से वह शहर के लॉज में ठहरा हुआ था, जहां से एक हिंदू लड़की को लेकर वह भागने वाला था। उसे पड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। उसके मोबाइल में कई युवतियों के साथ आपत्तिजनक फोटो और वीडियो मिले हैं। हमने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है।
4- सागर
सागर में एक युवक ने खुद को हिंदू बताकर कॉलेज की छात्रा को प्रेमजाल में फंसाया, छह महीने तक शारीरिक शोषण किया और फिर उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। मामले को लेकर पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने मार्च 2024 में ‘नमन’ नाम की इंस्टाग्राम आईडी से संपर्क किया और खुद का नाम ‘गोलू’ बताया। बातचीत शुरू होने के बाद दोनों के बीच फोन पर बातचीत और मुलाकातें होने लगीं। आरोपी हर बार माथे पर तिलक लगाकर आता और मंदिरों में भी साथ जाता, जिससे पीड़िता को उस पर विश्वास हो गया। अक्तूबर 2024 में छात्रा को पता चला कि आरोपी का असली नाम फरहान मकरानी है, जो सागर के सदर क्षेत्र का निवासी है। सच्चाई सामने आने के बाद युवती ने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी, जिसके बाद आरोपी ने बदनाम करने की धमकी देना शुरू कर दिया। अब आरोपी पुलिस की हिरासत में है।
5- छतरपुर
इस मामले में पीड़िता ने बताय कि 13 दिसंबर 2023 को उसके छोटे भाई की शादी में मातगुवां आने पर उसकी मुलाकात एक युवक से हुई, जिसने खुद को ‘समीर तिवारी’ बताया। दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और धीरे-धीरे प्रेम संबंध बन गए। कुछ समय बाद युवक ने खुद को ‘समीर खान’ बताया, लेकिन तब तक युवती उसके प्रति पूरी तरह जुड़ चुकी थी। युवती का कहना है कि समीर ने उसे पहले पति से तलाक दिलवाया और अगस्त 2023 में जटाशंकर धाम में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। बाद में 13 दिसंबर 2024 को दोनों ने काजी के जरिए निकाह भी कर लिया। शादी से पहले समीर ने वादा किया था कि वह मांसाहार नहीं करेगा और युवती के धर्म का सम्मान करेगा।
पीड़िता के अनुसार, शादी के कुछ ही समय बाद समीर का रवैया बदल गया। वह मारपीट करने लगा, जबरन मांस खाने का दबाव डालने लगा और पूजा-पाठ से रोकने लगा। आरोप है कि समीर ने तीन लाख रुपये और जेवर भी हड़प लिए और 26 अप्रैल को उसे घर के एक कमरे में बंद कर दिया। गुरुवार की सुबह किसी तरह कमरे से बाहर निकलने के बाद पीड़िता नंगे पैर करीब 14 किलोमीटर पैदल चलकर छतरपुर के छत्रसाल चौराहे पहुंची। वहां वह रोते हुए बैठी मिली, जिसे देखकर स्थानीय लोगों ने डायल 100 को सूचना दी। पुलिस उसे सिटी कोतवाली लेकर पहुंची, जहां उसने समीर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।