मिड-डे मील का संकट : झारखंड के 11,374 स्कूलों में बंद हो सकता है भोजन..रसोईया नाराज…जानें क्यों”
This is the headline of the news. It should be such a headline which - arouses curiosity, is useful to people and is a success story....

झारखंड में 4 दिसंबर 2025 से स्कूलों में मिड-डे मील बंद रहेगा। यह फैसला झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया संयोजिका संघ ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन के हिस्से के रूप में लिया है। संघ ने घोषणा की है कि इसी दिन से गुमला जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू होगा।
घाघरा प्रखंड मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय परिसर में हुई बैठक में आंदोलन की रणनीति तय की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष देवकी देवी ने की, जबकि संचालन प्रखंड अध्यक्ष संध्या देवी ने किया। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
देवकी देवी ने कहा कि वर्षों से रसोइया संयोजिकाओं के साथ आर्थिक और सामाजिक अन्याय हो रहा है। उन्होंने बताया कि संघ की प्रमुख मांगों में न्यूनतम वेतन लागू करना, मानदेय को सम्मानजनक वेतन में बदलना, 10 माह की जगह 12 माह का भुगतान करना, और 5 लाख रुपये की बीमा योजना लागू करना शामिल है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने 4 दिसंबर तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो आंदोलन को राज्यव्यापी रूप दिया जाएगा।
संघ ने स्पष्ट किया कि 4 दिसंबर से सभी स्कूलों में मिड-डे मील (Mid-Day Meal) पूरी तरह बंद रहेगा, और यदि बच्चों के भोजन या शिक्षा में कोई बाधा आती है तो उसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
बैठक में सारो किंडो, विजयलक्ष्मी देवी, सुसनती देवी, सुरजमुनी देवी और भादो देवी सहित बड़ी संख्या में रसोइया संयोजिकाएं मौजूद थीं। सभी ने एकजुट होकर कहा कि अब उन्हें “मानदेय नहीं, सम्मान और सुरक्षा” चाहिए।



