भोपाल में 8 साल बाद लौटेगी महापौर एक्सप्रेस, घर बैठे मिलेंगी नगर निगम की सेवाएं, शुल्क बढ़ाने की तैयारी

भोपाल
नगर निगम आम नागरिकों को घर पर ही रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आठ साल से बंद पड़ी महापौर एक्सप्रेस सेवा को दोबारा शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इस योजना पर महापौर परिषद में विचार-विमर्श किया जाएगा और इसके बाद आम लोगों से भी सुझाव लिए जाएंगे, ताकि सेवा का संचालन ज्यादा प्रभावी और जरूरतों के अनुरूप किया जा सके। गौरतलब है कि पहले महापौर एक्सप्रेस के तहत पांच से छह तरह की सेवाएं उपलब्ध कराई जाती थीं, लेकिन नई योजना में इनकी संख्या बढ़ाने की तैयारी है।
प्रस्तावित सेवाओं में अब इलेक्ट्रिशियन, कारपेंटर, प्लंबर, टर्नर, मैकेनिक, पेंटर और ड्राइवर के साथ घरेलू जरूरतों को देखते हुए कुक, स्वीपर, काम वाली बाई और अन्य छोटे-मोटे घरेलू कार्यों को भी सेवा में जोड़ने पर विचार किया जा रहा है।
शुल्क 200 से बढ़ाकर 500 रुपये करने का प्रस्ताव
करीब नौ साल पहले जब यह सेवा शुरू हुई थी तब 200 रुपये शुल्क तय किया गया था। हालांकि नई योजना के तहत शुल्क बढ़ाकर 500 रुपये करने का प्रस्ताव है। निगम अधिकारियों का कहना है कि महंगाई और सेवाओं के विस्तार को देखते हुए शुल्क में बढ़ोतरी जरूरी है।
प्रचार प्रसार के अभाव में बंद हुई सेवा
महापौर एक्सप्रेस सेवा वर्ष 2016 में शुरू की गई थी, लेकिन पर्याप्त प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण सफल नहीं हुई। शुरुआत में निगम ने दो वाहनों में छह टेक्नीशियन सहित 12 कर्मचारियों को तैनात किया था। पहले साल सेवा को अच्छा रिस्पान्स मिला, लेकिन धीरे-धीरे लोगों की जानकारी कम होती गई। वर्ष 2018 में यह सेवा बंद कर दी गई।
महापौर एक्सप्रेस को नए स्वरूप में शुरू करने की पूरी योजना बनाई जा रही है। आम लोगों के सुझाव लेकर सेवाओं का दायरा बढ़ाया जाएगा। मनोज राठौर, एमआइसी मेंबर, महापौर परिषद।



