दिल्ली में तेजी से फैल रहा H3N2 वायरस, जानें लक्षण और बचाव के उपाय

दिल्ली के अस्पतालों में इन दिनों H3N2 वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह सामान्य सर्दी-जुकाम से अलग है और ज्यादा गंभीर लक्षण पैदा करता है। डॉक्टरों के अनुसार, H3N2 इंफ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों को तेज बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, बदन दर्द और कमजोरी जैसी समस्याएं हो रही हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि साधारण दवाएं जैसे पैरासिटामोल से बुखार तुरंत कम नहीं हो रहा है और मरीजों को पूरी तरह ठीक होने में सात दिन या उससे ज्यादा समय लग सकता है। कई गंभीर मामलों में मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी करना पड़ा है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि मानसून के मौसम में वायरल संक्रमण तेजी से फैलता है। सामान्य फ्लू कई तरह के वायरस से होता है, लेकिन इस समय H3N2 सबसे सक्रिय है। यह वायरस इंसानों के साथ जानवरों पर भी असर डाल सकता है, जिससे इसका संक्रमण सामान्य फ्लू की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है।
H3N2 वायरस से बचाव कैसे करें?
H3N2 के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही होते हैं, लेकिन इसमें बुखार लंबे समय तक बना रहता है और खांसी लगातार बनी रहती है। गंभीर मामलों में फेफड़ों में इंफेक्शन या निमोनिया भी हो सकता है। अगर बुखार दो दिनों से ज्यादा बना रहे, सांस लेने में तकलीफ हो या सीने में दर्द महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बचाव के लिए मरीजों को पर्याप्त आराम, संतुलित आहार और ज्यादा मात्रा में पानी लेने की सलाह दी जाती है। नियमित हाथ धोना, भीड़-भाड़ से बचना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना संक्रमण से बचाव में मददगार है।