मेडागास्कर में बिजली-पानी संकट पर बड़े प्रदर्शनों का उभार

मेडागास्कर प्रदर्शन 2025 ने अफ्रीकी द्वीपीय राष्ट्र के हालात को उजागर कर दिया है। राजधानी अंतानानारिवो में युवा अपनी बुनियादी मांगों, खासकर बिजली और पानी की लगातार कमी, के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। इस आंदोलन ने आम नागरिकों के जीवन को प्रभावित किया और कई इलाकों में तनाव बढ़ा दिया।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस दौरान कम से कम 22 लोग मारे गए और 100 से अधिक लोग घायल हुए। राष्ट्रपति एंड्री रजोएलिना ने टीवी पर संबोधन देते हुए पूरी सरकार भंग करने और भविष्य में सुधार का आश्वासन देने की घोषणा की। उन्होंने जनता से माफी भी मांगी।
आंदोलन केवल बिजली-पानी की कमी तक सीमित नहीं रहा। बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक संकट ने युवा आबादी को आगे आने के लिए प्रेरित किया। सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शन तेजी से फैला। नेपाल, केन्या और मोरक्को के युवा आंदोलनों से प्रेरित होकर, युवाओं ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगें स्पष्ट कीं। राजधानी में कर्फ्यू, लूटपाट और सड़कों पर अराजकता ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
प्रदर्शन विश्वविद्यालयों और मुख्य सड़कों से शुरू हुए। पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया, जिससे हिंसा बढ़ गई। देश की लगभग 3 करोड़ आबादी में 75% लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं, जो असंतोष की मुख्य वजह बनी।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो यह अस्थिरता बढ़ा सकता है। राष्ट्रपति रजोएलिना का सुधार और संवाद का आश्वासन एक सकारात्मक कदम है, लेकिन भविष्य में स्थायी समाधान आवश्यक होगा।