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भारत ने तुर्किये और अजरबैजान पर कसा शिकंजा, व्यापारिक रिश्ते बंद होने से ये चीजें हो जाएंगी भारत में महंगी

ऑपरेशन सिंदूर से रिश्ते तनावपूर्ण
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हैं. ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयरबेस और मिसाइलों को उड़ा दिया.

भारत ने आतंकियों को बनाना निशाना
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. भारत ने इसके तहत पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया. इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था.

तुर्किये-अजरबैजान ने मिलाये PAK से हाथ
युद्ध के दौरान पाकिस्तान का तुर्किये और अजरबैजान जैसे मुस्लिम देशों ने खुले तौर पर समर्थन किया था. भारत ने समय-समय पर तुर्किये की मदद की थी, लेकिन युद्ध के दौरान उसने अपना असली रंग दिखा दिया.

खुलकर पाक का किया समर्थन
तुर्किये ने पाकिस्तान को ड्रोन की सप्लाई की, जिसका उसने भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया. इस दौरान अजरबैजान भी खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर आया. चीन तो पहले से ही पाकिस्तान का साथ देता रहा है. पाकिस्तान ने भारत पर कई चीनी मिसाइलों से भी हमला किया था.

तुर्किये-अजरबैजान पर शिकंजा कसना शुरू
अब भारत ने तुर्किये और अजरबैजान पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. तुर्किये की कंपनी सेलेबी का भारत ने कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है. दोनों दोनों के बीच तनाव के बाद व्यापारिक रिश्ते भी बंद हो सकते हैं.

अजरबैजान के दुश्मन से भारत की डील!
इंडियन एयरोस्पेस डिफेंस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्नेमिया इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम आकाश-1S के सबसे अपग्रेडेड वर्जन की 15 यूनिट खरीदेगा. भारत की इस डील को अजरबैजान के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है.

व्यापारिक रिश्तों पर भी रोक संभव
भारत और अजरबैजान के बीच तनाव की स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा है कि दोनों देशों में व्यापारिक रिश्तों पर भी रोक लग सकती है. आइये जानते हैं कि भारत आखिर अजरबैजान से क्या-क्या मंगवाता है और अगर इस पर रोक लगी तो क्या असर हो सकता है.

अजरबैजानी कच्चे तेल का भारत तीसरा बड़ा खरीदार
भारत अजरबैजानी कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा खरीदार है. अजरबैजान से भारत को होने वाले कुल निर्यात में कच्चे तेल का हिस्सा 98 फीसदी है. भारत के लिए अजरबैजान के साथ व्यापार का तत्काल बहिष्कार करना आसान हो सकता है. इससे अजरबैजान की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा.

क्या-क्या भारत से होती है सप्लाई?
भारत अजरबैजान को तम्बाकू और उसके उत्पाद, चाय, कॉफी, अनाज, रसायन, प्लास्टिक, रबड़, कागज और पेपर बोर्ड और सिरेमिक उत्पाद का निर्यात करता है.

अजरबैजान से क्या-क्या मंगवाता है भारत?
वहीं, भारत में अजरबैजान से पशु चारा, जैविक रसायन, आवश्यक तेल और इत्र, कच्ची खालें और चमड़ा आता है. अगर भारत और अजरबैजान के बीच रिश्ते बिगड़ते हैं तो इन चीजों की कीमतों पर असर पड़ सकता है.

पर्यटन से भी झटका
इसके अलावा तुर्किये और अजरबैजान में भारती छुट्टी बिताने भी जाते हैं. कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग भी वहां होती है. तनाव को देखते हुए काफी संख्या में वहां जाने वालों की बुकिंग भी कैंसिल हुई है. इससे उसके पर्यटन को भी झटका लगा है.

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