RSS के कार्यक्रम में चीफ गेस्ट बनेंगे इंदिरा गांधी के पूर्व मंत्री, कांग्रेस के ‘पुराने योद्धा’ की संघ से नजदीकी पर खलबली

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक 83 वर्षीय अरविंद नेताम ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और जनजातीय समाज के बीच संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा वैचारिक संगठन है, जिसका उद्देश्य धर्म, संस्कृति और समाज का संरक्षण कर राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति करना है।
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पहली बार कांग्रेस के टिकट पर बने थे सांसद
नेताम, जो 1971 में कांग्रेस के टिकट पर कांकेर से पहली बार लोकसभा सदस्य बने थे, ने इंदिरा गांधी और नरसिम्हाराव की सरकार में मंत्री पद भी संभाला। 1998 में कांग्रेस छोड़कर उन्होंने बसपा, एनसीपी और भाजपा का दामन भी थाम लिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें पांच जून को नागपुर में आरएसएस के कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय वर्ग समापन समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
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आरएसएस के मंच पर दिखेंगे पूर्व कांग्रेस नेता
उन्होंने स्पष्ट किया कि वह दो वर्ष पूर्व कांग्रेस से अलग हो चुके हैं और अब जनजातीय समाज के कार्यों में संलग्न हैं। नेताम ने कहा कि वह संघ के कार्यक्रम में सामाजिक विषयों पर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से जनजातीय समाज की मांगों और समस्याओं पर चर्चा करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक उदारीकरण जनजातीय समाज के लिए हानिकारक साबित हुआ है।