बरेली में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण, प्रशासन की सख्ती और सुरक्षा व्यवस्था काम आई

बरेली। बरेली में जुमे की नमाज प्रशासन की कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई। पिछले 26 सितंबर को हुई हिंसा की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की थीं। शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई, ड्रोन से निगरानी रखी गई और 8,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। संवेदनशील क्षेत्रों में पीएसी और आरएएफ के जवानों को भी लगाया गया।
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन अहसन मियां ने मस्जिदों से अपील की कि नमाज के बाद लोग सीधे घर लौट जाएं। दोपहर 1:30 से 3:30 बजे के बीच सभी मस्जिदों में नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। सुरक्षा की दृष्टि से इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद रखी गईं, जिन्हें शनिवार दोपहर 3 बजे बहाल किया गया।
पुलिस ने सुरक्षा कारणों से गुरुवार शाम से ही शहर में फोर्स तैनात कर दी थी। 8 टीमें ड्रोन कैमरों से निगरानी करती रहीं और गलियों में बैरिकेडिंग कर भीड़ की आवाजाही पर नियंत्रण रखा। इसके अलावा, आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी और एक अन्य व्यक्ति फैजान को गिरफ्तार किया गया। दोनों पर उपद्रव भड़काने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप हैं।
बरेली विकास प्राधिकरण और नगर निगम ने 130 अवैध संपत्तियों को चिह्नित किया, जिनमें से 9 को सील और एक का ध्वस्तीकरण किया गया। प्रशासन की अपील पर दरगाह आला हजरत ने शनिवार को प्रस्तावित जुलूस-ए-गौसिया रद्द कर दिया, ताकि शहर में शांति बनी रहे।
प्रशासन की सख्ती और समुदाय के सहयोग से इस बार बरेली जुमे की नमाज बिना किसी तनाव के संपन्न हुई, जिसे लेकर पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने राहत की सांस ली।