
कैलिफोर्निया से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां तेलंगाना के एक युवक को पुलिस ने गोली मार दी। मृतक की पहचान निजामुद्दीन के रूप में हुई है। आरोप है कि उसने कथित तौर पर अपने रूममेट पर चाकू से हमला किया था। यह घटना 3 सितंबर को सांता क्लारा में हुई थी, लेकिन उसके परिवार को इस बारे में जानकारी 18 सितंबर को मिली। खबर मिलते ही परिवार गहरे सदमे में है।
निजामुद्दीन के पिता हुस्सुद्दीन, जो कि रिटायर्ड टीचर हैं, ने बताया कि उनके बेटे के सांता क्लारा में रहने वाले दोस्त ने उन्हें मौत की खबर दी। उन्होंने कई बार बेटे को फोन करने की कोशिश की, लेकिन हर बार फोन बंद मिला। बाद में पता चला कि उसे गोली मार दी गई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने निजामुद्दीन को चार गोलियां मारी थीं। उसका शव स्थानीय अस्पताल में रखा गया है और औपचारिकताओं के पूरा होने का इंतजार हो रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता अमजद उल्लाह खान ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर मांग की है कि मृतक का शव भारत लाया जाए।
निजामुद्दीन 2016 में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका गया था। पहले वह फ्लोरिडा में रहा और फिर सांता क्लारा में शिफ्ट हो गया, जहां वह कुछ लोगों के साथ किराये के घर में रह रहा था।
सांता क्लारा पुलिस ने बयान जारी करते हुए बताया कि 3 सितंबर की सुबह 6 बजे उन्हें 911 पर चाकूबाजी की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने के बाद आरोपी को गोली मारी गई। घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।