
धनबाद: 15वीं वित्त आयोग को लेकर रविवार को निरीक्षण भवन में एक आपातकालीन बैठक की गई। अध्यक्षता जिला परिषद चेयरमैन शारदा सिंह ने किया। इस बैठक में मुख्य रूप से जिला परिषद सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख, मुखिया, समिति के सदस्य, पंचायत सदस्य ने भाग लिया। चेयरमैन शारदा सिंह ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। विगत एक वर्ष से फंड नहीं मिलने से ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कार्य अवरुद्ध हो रहा है। सरकारें आयदिन मंच से गांव के विकास की बात करती है। लेकिन गांव के विकास के लिए पंचायती राज के प्रतिनिधियों को फंड नहीं दे रही है। इससे साफ पता चलता है कि आम जनता के आंखों पर धूल झोंकने का काम कर रही है।
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आगामी 9 जुलाई न्यू टाउन हॉल में महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है। अगर कुंभकर्णीय निंद्रा से राज्य और केंद्र सरकार नहीं जागी तो सभी जिप सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य सामूहिक रूप से राज्यपाल के समक्ष इस्तीफा देने के लिए विवश होंगे। जिसकी रूपलेखा आगामी बैठक में तय की जाएगी। संचालन जिला मुखिया संघ की अध्यक्ष गयासुद्दीन अंसारी ने किया। जबकि संघ के सलाहकार मनोज हाड़ी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान प्रमुख गीता देवी, आनंद कुमार, उप प्रमुख हेमलाल महतो, जिप सदस्य स्वाति कुमारी, मीना हेंब्रम, मो. गुलाम कुरैशी, मो. इसराफिल, सुबोध कुमार, सचिन मंडल, सुदेश रजक, प्रसिद्ध कुमार सिंह, गुलाम सरवर खान, दीपिका कुमारी, आशा कुमारी दास, संजय गोराई, राकेश मुर्मू, उत्तम चौधरी, संजय बाउरी, सौरव महतो, मिहिर मंडल आदि उपस्थित थे।