Join Whatsapp Group
Join Our Whatsapp Group
झारखंडख़बरें

Gua : गुवा अयस्क खदान में संवाद सहभागिता से उन्नति कार्यक्रम का आयोजन

गुवा : गुवा ओर माइंस में संवाद सहभागिता से उन्नति नामक एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य प्रबंधन और यूनियनों के बीच संवाद को सशक्त बनाना और खदान कर्मियों के समग्र विकास से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करना था। इस कार्यक्रम में गुवा माइंस की विभिन्न सक्रिय यूनियनों के 50 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और टाउनशिप, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं कल्याण जैसे प्रमुख विषयों पर सुझाव साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत मानव ससाधन के महाप्रबंधक प्रवीण कुमार सिंह द्वारा सभी प्रतिभागियों के स्वागत एवं कार्यक्रम के उद्देश्य को साझा करते हुए की गई।

प्रबंधन की ओर से एक व्यापक प्रस्तुति दी गई

इसके बाद प्रबंधन की ओर से एक व्यापक प्रस्तुति दी गई, जिसमें खदान की उत्पादन स्थिति, उत्पादकता में हुए सुधार और वित्तीय प्रदर्शन की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई। साथ ही वर्ष 2025-26 के लिए स्वास्थ्य सेवाओं, टाउनशिप विकास और श्रमिक कल्याण से जुड़ी योजनाओं को विस्तार से रखा गया। यूनियन प्रतिनिधियों ने टाउनशिप के आधारभूत ढांचे की स्थिति, शिक्षा व्यवस्था में सुधार, चिकित्सा सुविधाओं की मजबूती, कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों की समीक्षा और समग्र कल्याण योजनाओं को लेकर अपने विचार रखे प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि श्रमिकों की भलाई के लिए योजनाएं ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू होनी चाहिए और नियमित अंतराल पर उनकी समीक्षा की जानी चाहिए।

संवाद से सभी जटिल मुद्दों का समाधान संभव

कार्यक्रम के अंत में प्रबंधन और यूनियनों के बीच यह सहमति बनी कि पारस्परिक सहयोग और संवाद की निरंतरता से ही सभी जटिल मुद्दों का समाधान संभव है। प्रबंधन ने यूनियनों से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की, वहीं यूनियन प्रतिनिधियों ने भी प्रबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए अपने समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई। यह कार्यक्रम दोनों पक्षों के बीच विश्वास को मजबूत करने और खदान के सतत विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। संवाद सहभागिता से उन्नति कार्यक्रम को प्रबंधन और यूनियनों ने समान रूप से सफल बताया। दोनों पक्षों ने यह आशा जताई कि ऐसे संवादात्मक मंच भविष्य में भी जारी रहेंगे, जिससे गुवा खदान और उसके कर्मियों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा। इस पहल को कार्यस्थल पर सहयोगपूर्ण वातावरण और बेहतर कार्य परिस्थितियों की नींव के रूप में देखा जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button