
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर पीएम नरेंद्र मोदी का पहला रिएक्शन आ गया है. पीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है वह धनखड़ के उत्तम स्वास्थ्य की कामना कर रहते हैं. उन्होंने कई भूमिकाओं में देश की सेवा की है. धनखड़ ने सोमवार रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने की बात कही थी. राष्ट्रपति ने धनखड़ का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. अब छह माह के भीतर अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव करवाया जाएगा. धनखड़ के अचानक इस्तीफे को लेकर विपक्ष सवाल खड़ा कर रहा है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने कहा है कि धनखड़ का स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक था. ऐसा संभव है कि उन्होंने किसी दबाव में इस्तीफा दिया हो.
कांग्रेस ने उठाया सवाल
कांग्रेस ने दावा किया कि जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के पीछे उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य कारणों के अलावा कोई और अधिक गहरे कारण हैं. कांग्रेस ने कहा कि धनखड़ का इस्तीफा उनके बारे में बहुत कुछ कहता है और साथ ही यह उन लोगों की नीयत पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है जिन्होंने उन्हें उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचाया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि धनखड़ ने सोमवार को अपराह्न साढ़े 12 बजे राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की अध्यक्षता की थी.
कांग्रेस ने कहा कि सोमवार अपराह्न एक बजे से शाम साढ़े चार बजे के बीच कुछ बहुत गंभीर घटित हुआ था कि केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा और किरेन रीजीजू कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में नहीं पहुंचे थे. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि धनखड़ मानदंडों, मर्यादाओं एवं नियमों के प्रति बेहद सजग थे और उनका मानना था कि उनके कार्यकाल में इन नियमों की लगातार अवहेलना की जा रही थी.
उधर, धनखड़ के इस्तीफे के बाद देश में सियासी माहौल गर्म है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह अमित शाह ने पार्टी के कई अन्य सीनियर मंत्रियों के साथ आज सुबह गंभीर मंत्रणा की. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि सोमवार शाम की मीटिंग में नहीं आने को लेकर उन्होंने धनखड़ के कार्यालय को सूचित कर दिया था. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में रिकॉर्ड में नहीं लेने वाली उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने यह बात विपक्ष के संदर्भ में कही थी.