पटना में दरोगा भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन…पारदर्शिता और समय पर भर्ती की मांग

पटना: राजधानी पटना में सोमवार को अभ्यर्थियों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। डाकबंगला चौराहा विरोध प्रदर्शन का केंद्र बन गया, जहां बड़ी संख्या में युवा झंडे, बैनर और अपनी मांगों के साथ पहुंचे। उनका उद्देश्य मुख्यमंत्री आवास का घेराव था, लेकिन प्रशासन ने कड़ी बैरिकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था के साथ उन्हें वहीं रोक दिया। माहौल तनावपूर्ण रहा, हालांकि अधिकांश प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। कुछ जगहों पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
अभ्यर्थियों की मुख्य मांग बिहार पुलिस में दरोगा पदों की भर्ती को लेकर रही। उनका कहना है कि लंबे समय से भर्ती की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि आने वाले 10 दिनों में चुनावी आचार संहिता लागू हो सकती है। यदि उससे पहले भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई, तो हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य पर असर पड़ेगा।
इसके अलावा, अभ्यर्थियों ने सिपाही भर्ती में पारदर्शिता की भी मांग की। उनका आरोप है कि परीक्षा के बाद प्रश्नपत्र, ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी और उत्तर कुंजी नहीं प्रदान की जाती, जिससे परिणामों पर संदेह पैदा होता है।
प्रदर्शन में कई शिक्षक और शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। उन्होंने युवाओं की मांगों का समर्थन किया और सरकार से जल्द ही उचित कदम उठाने की अपील की। इस समर्थन ने आंदोलन को और बल दिया है।
पटना में यह दरोगा भर्ती प्रदर्शन युवाओं के अधिकार और पारदर्शिता की मांग को सामने लाने वाला महत्वपूर्ण आंदोलन बन गया है।