झारखंड में ठंड का कहर: पलामू को ढका घना कोहरा, गुमला में पारा 7 डिग्री तक लुढ़का

रांची
झारखंड के कई जिलों में बीते 24 घंटे के दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया है। कहीं ठंड में बढ़ोतरी हुई है तो कहीं दिन के तापमान में मामूली गिरावट से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। राहत की बात यह है कि राज्य के किसी भी हिस्से में शीतलहर की स्थिति नहीं बनी है।
सुबह-शाम ठंड का असर, शीतलहर से फिलहाल राहत
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बना हुआ है, जिसके कारण सुबह और शाम के समय ठंड महसूस की जा रही है। हालांकि दिन में धूप निकलने से लोगों को कुछ सुकून मिल रहा है। फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है और अगले कुछ दिनों तक तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं जताई गई है। कोहरे की वजह से कई इलाकों में द्दश्यता काफी कम हो गई। वहीं शीतलहर का भी कोई अलर्ट नहीं है।
डालटनगंज में घने कोहरे से 300 मीटर तक सिमटी दृश्यता
पलामू जिले के डालटनगंज में द्दश्यता घटकर 300 मीटर रह गई, जबकि राजधानी रांची में 700 मीटर और जमशेदपुर में 800 मीटर रिकॉर्ड की गई। बेतला क्षेत्र में घने कोहरे के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह करीब 9 बजे तक कोहरा छाया रहा, जिससे सड़कों पर चलना जोखिमभरा रहा। ठंड के कारण किसान, मजदूर और छोटे व्यवसायी ठिठुरते हुए काम करते नजर आए। शाम ढलते ही ठंड बढ़ने से लोग जल्दी घरों में दुबक गए। स्कूल और कोचिंग जाने वाले बच्चों को भी सुबह की ठंड झेलनी पड़ी। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के लगभग सभी जिलों में सुबह के समय कोहरा या धुंध देखी जा रही है, जबकि दिन में आसमान साफ रहता है।
गुमला का तापमान पहुंचा 7 डिग्री
राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस गुमला में रिकॉर्ड किया गया। वहीं पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राज्य में सबसे अधिक है। डालटनगंज में अधिकतम तापमान 0.4 डिग्री गिरकर 25.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री बढ़कर 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी रांची में अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री घटकर 24.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री बढ़कर 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जमशेदपुर में अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री और न्यूनतम 12.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम केंद्र रांची के अनुसार अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं जताई गई है।



