Success Story: कॉलेज छोड़ा, पर सपने नहीं, रचा इतिहास, अब दुनिया में बज रहा इन अरबपतियों का डंका

असफलता या शिक्षा का अभाव ग्रोथ में बाधा का कारण नहीं है. अगर आपके पास अच्छा आइडिया हो और उसे साकार करने की ललक भी हो तो रिस्क लेकर इनोवेशन के जरिए दुनिया बदल सकते हैं. जानिए ऐसे कॉलेज ड्रॉपआउट्स के बारे में, जो आज करोड़ों में कमाई कर रहे हैं और जिनका नाम दुनियाभर में गूंजता है.
बिल गेट्स, कॉलेज: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (2 साल बाद ड्रॉपआउट)
माइक्रोसॉफ्ट के को फाउंडर बिल गेट्स ने 1975 में पॉल एलन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी. आज उनकी संपत्ति करीब 132.9 अरब डॉलर (लगभग 11 लाख करोड़ रुपये) है. 13 साल की उम्र में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग शुरू करने वाले बिल गेट्स ने हार्वर्ड छोड़कर माइक्रोसॉफ्ट पर फोकस किया, जिसने पर्सनल कंप्यूटिंग की दुनिया को बदल दिया.
स्टीव जॉब्स, कॉलेज: रीड कॉलेज, ओरेगन (6 महीने बाद ड्रॉपआउट)
एपल के को फाउंडर स्टीव जॉब्स (Steve Jobs Apple) ने Stephen Gary Wozniak के साथ मिलकर एपल को दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बनाया. उनकी मृत्यु (2011) के समय उनकी संपत्ति करीब 7 अरब डॉलर थी. स्टीव जॉब्स ने रुपयों की कमी के कारण कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी. बाद में उन्होंने अपने गैरेज से एपल की शुरुआत की थी.
फेसबुक (अब मेटा) के संस्थापक और सीईओ, मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति 2024 में करीब 177 अरब डॉलर (लगभग 15 लाख करोड़ रुपये) थी. साल 2004 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से फेसबुक शुरू करने वाले मार्क जुकरबर्ग ने इसे फुल टाइम बनाने के लिए पढ़ाई छोड़ दी थी. आज फेसबुक दुनिया का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क है.
एलन मस्क, कॉलेज: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (पीएचडी, 2 दिन बाद ड्रॉपआउट)
टेस्ला, स्पेसएक्स और न्यूरालिंक के संस्थापक एलन मस्क की संपत्ति 2024 में करीब 250 अरब डॉलर (लगभग 21 लाख करोड़ रुपये) थी. एलन मस्क ने कनाडा से अमेरिका जाकर पढ़ाई शुरू की लेकिन Zip2 और बाद में स्पेसएक्स और टेस्ला जैसे इनोवेशंस के लिए उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी.
राल्फ लॉरेन, कॉलेज: बारूक कॉलेज, न्यूयॉर्क (2 साल बाद ड्रॉपआउट)
पोलो राल्फ लॉरेन के संस्थापक राल्फ लॉरेन की संपत्ति करीब 9.3 अरब डॉलर (लगभग 78,000 करोड़ रुपये) है. सेना में सेवा के बाद राल्फ लॉरेन ने फैशन की दुनिया में कदम रखा और बिना डिग्री के एक ग्लोबल फैशन साम्राज्य बनाया.