
रांची : झारखंड में शुक्रवार को सुबह में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की। रांची, हजारीबाग और बड़कागांव समेत कई स्थानों पर पूर्व विधायक अंबा प्रसाद और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से जुड़े मामलों में ईडी की छापेमारी की गई।
कार्रवाई का केंद्र रांची का हरमू रोड स्थित किशोरगंज इलाका और हजारीबाग का बड़कागांव क्षेत्र रहा, जहां ईडी की दो अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापेमारी शुरू की।
RKTCT ट्रांसपोर्टिंग कंपनी घोटाले में चल रही जांच
इस छापेमारी की कार्रवाई आरकेटीसी (RKTCT) ट्रांसपोर्टिंग कंपनी से जुड़े घोटाले के मामले में की जा रही है। इस कंपनी पर झारखंड में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियों और घोटाले का आरोप है।
ईडी की जांच टीमों ने अंबा प्रसाद के निजी सहायक संजीव साव, मनोज दांगी और पंचम कुमार के बड़कागांव स्थित ठिकानों पर भी दबिश दी। बताया गया है कि ईडी की कुल आठ अलग-अलग लोकेशनों पर छापेमारी जारी है।
पहले भी हो चुकी है बड़ी कार्रवाई
मार्च 2024 की छापेमारी में 20 लाख रुपये नकद जब्त
इससे पहले, 18 मार्च 2024 को ईडी ने अंबा प्रसाद के हजारीबाग स्थित आवास और कार्यालय समेत उनके परिवार और करीबियों के कुल 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इस दौरान करीब 20 लाख रुपये नकद और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए थे। ईडी ने यह कार्रवाई हजारीबाग में लीज पर मिली बेशकीमती जमीन पर कथित कब्जा करने के मामले में की थी।
ECIR दर्ज कर रांची, हजारीबाग और मुंबई में छापे
मामले की गंभीरता को देखते हुए ईडी ने विधायक अंबा प्रसाद और उनके पिता योगेंद्र साव के खिलाफ ECIR (Enforcement Case Information Report) दर्ज की थी। इसके बाद रांची, हजारीबाग और मुंबई स्थित उनके परिसरों पर भी छापेमारी की गई थी।
मार्च की कार्रवाई के दौरान योगेंद्र साव के कुल तीन ठिकाने ईडी के निशाने पर आए थे। ईडी की यह ताजा कार्रवाई झारखंड में चल रहे राजनीतिक और आर्थिक मामलों की जांच को और तेज करती नजर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में और भी बड़ी कार्रवाई संभव है।