
दिल्ली/मुरादाबाद: यहां सोनम नहीं रीना है, राजा रघुवंशी नहीं रवींद्र है, लेकिन राजा हो या रवींद्र कहानी लगभग एक- सी है।
हुआ यूं कि 15 दिन पहले नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर आमसौड़ गांव के समीप सड़क किनारे एक व्यक्ति का शव मिला था। यह शव मुरादाबाद व हाल ही में नई दिल्ली के निवासी बने रवींद्र की थी। कहानी में ट्विस्ट यह है कि रवींद्र की दूसरी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर रवींद्र को मौत के घाट उतारा था। वही इंदौर की सोनम – राजा रघुवंशी और राज कुशवाहा जैसा मामला।
यहां भी लव स्टोरी
हत्या के केंद्र में प्रेम संबंध के अलावा मुरादाबाद का एक मकान भी बताया जा रहा है, जिसे रवींद्र बेचना चाहता था और उसकी दूसरी पत्नी इसका विरोध कर रही थी। प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या करने के बाद पत्नी रीना सिंधु मुरादाबाद के आवास रहने लगी थी।
अब विस्तार से समझिए। पांच जून को कोटद्वार में आमसौड़ गांव से करीब एक किमी पहले पुलिस को सड़ा-गला एक शव मिला था। मृतक की पहचान रवींद्र (56) पुत्र स्व. रामस्वरूप, निवासी मुरादाबाद के रूप में हुई थी। रवींद्र कुछ समय से नई दिल्ली में रह रहे थे। इस प्रकरण में मृतक के भाई राजेश कुमार ने रवींद्र की दूसरी पत्नी रीना सिंधु पर उसकी हत्या का संदेह जताते हुए कोटद्वार कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने रीना संधू को बिजनौर उत्तर प्रदेश के नगीना में प्रेमी पारितोष कुमार निवासी ग्राम सराय पुरैनी, नगीना के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में खुला राज
पूछताछ में परितोष ने प्रेमिका व मृतक की दूरी पत्नी रीना सिंधु के साथ मिलकर हत्या करने की बात स्वीकार की। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस मुरादाबाद पहुंच गई। सिविल लाइंस थाने की पुलिस को साथ लेकर मुरादाबाद के आवास पहुंच गई। जहां महिला ने भी पति की हत्या की बात स्वीकार कर ली। बताया जाता है कि रवींद्र कई साल से दिल्ली रहने लगे थे। मुरादाबाद के मकान में मां रहती है और कभी-कभी मृतक भी पत्नी के साथ पहुंच जाते थे।
रवींद्र मुरादाबाद का बेचना चाहता था और उसकी दूसरी पत्नी इसका विरोध कर रही थी। इसी बात पर हत्या की गई। प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या करने के बाद रीना सिंधु मुरादाबाद के आवास रहने लगी थी।
मकान के लिए मारा बेचना
रीना ने बताया कि वह मुरादाबाद में सी-51, रामगंगा विहार, सिविल लाइन स्थित अपने आवास में फिजियोथेरेपी सेंटर चलाती थी। पारितोष अक्सर वहां फिजियोथेरेपी कराने आता था। इसी दौरान दोनों में प्रेम हो गया। कुछ समय से रवींद्र उस मकान को बेचना चाहता था, जबकि रीना ऐसा नहीं चाहती थी। इसको लेकर उनमें अक्सर विवाद होता था। जब रवींद्र नहीं माना तो उसने पारितोष के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बना डाली। इसके लिए रीना ने पारितोष को 10 लाख रुपये देने की बात भी कही थी। योजना के तहत वह 31 मई को रवींद्र को पारितोष के नगीना स्थित घर ले गई। वहां दोनों ने उसे खूब शराब पिलाई। इसके बाद पारितोष ने फावड़े से रवींद्र की छाती व गले पर वार कर उसकी हत्या कर दी। रवींद्र के शव को दोनों उसकी एसयूवी-500 कार में डालकर रामनगर की ओर ले गए, लेकिन वहां शव फेंकने का मौका नहीं मिला। इस पर वह कोटद्वार आए और शव को सड़क किनारे फेंक दिया। अगले दिन कार को नोएडा में किसी चौराहे के पास छोड़ा।
22 वर्ष छोटी रीना से की दूसरी शादी
रवींद्र प्रापर्टी डीलिंग करते थे। उसके स्वजन ने बताया कि वर्ष 2007 में रवींद्र का दिल्ली में पहली पत्नी आशा देवी से मनमुटाव हो गया और वह हरिद्वार आकर रहने लगे। यहां उसने वर्ष 2011 में खुद से लगभग 22 वर्ष छोटी हरिद्वार निवासी रीना सिंधु से शादी कर ली। इसके बाद रवींद्र ने दिल्ली को ठिकाना बनाया था।
इसे भी पढ़ें : Success Story: वह क्रीमिनल की बेटी थी, अब है प्रेरणा देने वाली युवती, समाज के उलाहनों का ऐसे दिया जवाब