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राज पर यूं ही फिदा नहीं हुई थी सोनम, सोनम को राज ने हवाला से कमाकर दिए लाखों

इंदौर: सोनम रघुवंशी… 24 साल की वो महिला, जिसने अपने ही सुहाग को खुद के हाथों से उजाड़ दिया। उसी घर की खुशियों को उसने आग लगा दी, जिस घर में वो दुल्हन बनकर आई थी। उसने राज के लिए राजा को मार दिया। सोनम और उसका प्रेमी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं और दोनों की साजिश की परतें धीरे-धीरे खुलकर सामने आ रही हैं। इस बीच एक सवाल ये भी है कि आखिर वो कौन सी वजह थी, जिसके लिए सोनम इस तरह हद से गुजर गई। राज कुशवाहा ने आखिर उसके लिए ऐसा क्या किया था कि सोनम बेवफा ही नहीं, बल्कि कातिल भी हो गई।

पुलिस की पूछताछ में अभी तक जो कहानी निकलकर सामने आई है, उसके मुताबिक सोनम के सपने बड़े थे, लेकिन परिवार आर्थिक रूप से उतना मजबूत नहीं था कि वो अपनी ख्वाहिशों को पूरा कर सके। इसी बीच उसकी जिंदगी में राज कुशवाहा दाखिल हुआ। राज उम्र में सोनम से 5 साल छोटा है। सोनम के परिवार की प्लाईवुड कंपनी में काम करने वाले राज से उसकी नजदीकियां ऑफिस में ही बढ़ीं, जो बाद में प्यार में तब्दील हो गईं।

इसी बीच राज और सोनम हवाला के कारोबार से जुड़े। उसे राज से मोहब्बत तो पहले से ही थी, लेकिन जब राज ने उसके हाथों में नोटों की गड्डियां थमाईं तो वो पूरी तरह से उसके ऊपर फिदा हो गई। पिछले महज 8 महीनों के भीतर ही राज ने सोनम को हवाला के कारोबार से लाखों रुपये की कमाई करवाई। सोनम और राज की प्रेम कहानी अब ऐसे मोड़ पर आ चुकी थी, जिसमें दोनों एक दूसरे की जरूरत बन चुके थे।

इस प्रेम कहानी पर किसी की नजर ना पड़े, इसलिए सोनम ने राज को भाई बताकर अपने घर में एंट्री दी। परिवार और समाज के सामने वो भाई-बहन थे, लेकिन ये केवल आंखों में धूल झोंकने की एक तरकीब थी। हवाला कारोबार के लिए सोनम के ही मौसेरे भाई जितेंद्र रघुवंशी के बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। छोटी-छोटी रकम के जरिए हवाला का खेल खेला गया और दोनों की ये करतूत लोगों की नजर से बची रही।

लेकिन, कहानी में एक बड़ा मोड़ उस वक्त आया, जब परिवार ने सोनम की शादी ट्रैवल कारोबारी राजा रघुवंशी के साथ तय कर दी। सोनम किसी भी कीमत पर राज को नहीं छोड़ना चाहती थी। राज ने दो बार कोशिश भी की, कि किसी तरह राजा और सोनम की शादी टूट जाए। हालांकि, जब ऐसा नहीं हो पाया और फरवरी में दोनों का रोका हो गया, तो राज और सोनम ने राजा को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया।

दो तरीकों से देनी थी राजा को मौत

शादी से ठीक पहले राजा और सोनम एक कैफे में मिले। प्लान के मुताबिक, सोनम को हनीमून के बहाने राजा को किसी हिल स्टेशन पर लेकर जाना था। वहां राजा को मारने के लिए दो तरीके थे। पहला- राज के दोस्त उसका मर्डर करेंगे और लाश को सुनसान जगह पर छिपा देंगे। दूसरा- अगर राज के दोस्त चूकते हैं, तो सोनम खुद सेल्फी लेने के बहाने से राजा को धक्का देगी। राज की दोस्ती में उसके तीन दोस्त इस मर्डर के लिए तैयार हो गए।

11 मई को राजा की बारात आई और सोनम दुल्हन बनकर उसके साथ चली गई। किसे मालूम था कि अपनी जीवन संगिनी के रूप में राजा अपनी मौत को घर ला रहा है। पांच दिन बाद 16 मई को सोनम अपने मायके आई और राजा को बिना बताए हनीमून की टिकटें बुक कर लीं। राजा ने पहले आना-कानी की, लेकिन बाद में इस ट्रिप के लिए तैयार हो गया।

सोनम की तीन कोशिशें हुईं नाकाम

प्लान के मुताबिक, राजा की मौत को लूट के लिए हुई हत्या की तरह दिखाना था। इसलिए, सोनम ने खुद भी ज्वेलरी पहनी और राजा रघुवंशी से भी उसकी अंगूठी, चेन और ब्रेसलेट पहनने के लिए कहा। राजा मान गया। सोनम सीधे एयरपोर्ट पहुंची और राजा के साथ पहले कामाख्या देवी मंदिर के दर्शनों के लिए गुवाहाटी निकल गई। देवी दर्शन के नाम पर ही सोनम ने राजा को शादी के बाद, खुद से दूर रखा।

इधर, राजा की मौत के लिए लिखी गई स्क्रिप्ट के साथ उसके तीनों कातिल भी इंदौर से रवाना हो गए। सोनम और तीनों कातिलों ने सबसे पहले गुवाहाटी में ही राजा को मारने की दो बार कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। अब सोनम 22 मई को राजा के साथ मेघालय पहुंची और उसी दिन शिलॉन्ग में उसे मारने की योजना बनाई। राजा की किस्मत अच्छी थी कि उस दिन मौसम बिगड़ गया और बारिश की वजह से वो सोनम के साथ बाहर नहीं गया।

राज ने ऑनलाइन भेजा 5000 का राशन

अगले दिन, 23 मई को सोनम और राज घूमने के लिए निकले। सोनम ने इंदौर से आए तीनों कातिलों तक अपनी लोकेशन भेज दी और दोपहर में पीछे से हमला कर राजा को अधमरा कर दिया गया। इसके बाद सोनम ने खुद तीनों कातिलों के साथ मिलकर राजा को खाई में फेंका। हत्या को अंजाम देने के बाद चारों अपने-अपने रास्ते वापस लौट आए।

वापस लौटने के बाद सोनम 14 दिनों तक इंदौर के एक फ्लैट में छिपी रही। यहां राज ने उसका पूरा साथ दिया। किसी को सोनम की भनक ना लगे, इसलिए उसने फ्लैट के एड्रेस पर 5000 रुपये का राशन ऑनलाइन मंगवाकर भेजा। सोनम की साजिश के तार उस वक्त खुले, जब जांच में जुटी मेघालय पुलिस ने राज के तीनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया। खुद को फंसता देख सोनम ने लूट की फर्जी कहानी बताई और पुलिस के सामने पहुंच गई।

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